पटना सिटी पोस्ट : पुलिसवाले किस तरह से हर काम के लिए बचाने के लिए और फंसाने के लिए रिश्वत का खेल खेल रहे हैं ,इसका जीता जगता उदाहरण है पटना सिटी के चौका थाने का मामला. चौक थाना के पदस्थापित जमादार विनय कुमार सिंह को निगरानी विभाग की टीम ने 10 हजार रुपये घुस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है.निगरानी विभाग के अधिकारियों के अनुसार एक मामले में दोषी व्यक्ति के खिलाफ कारवाई करने के एवज में यह जमादार लाल इमली निवासी दयानंद सिंह से 10 हजार रुपये की रिश्वत की मांग कर रहा था.
जब उसने रिश्वत की रकम लिए बिना कारवाई करने से यह कहते हुए मना कर दिया कि बिना पैसे के काम नहीं होगा ,जहाँ जाना है जाइए तब उन्होंने वरीय अधिकारियों से शिकायत की .लेकिन जब फिर भी कोई कारवाई नहीं हुई तो उन्होंने इस मामले की शिकायत निगरानी विभाग में कर दी. निगरानी विभाग की टीम ने उसे शुक्रवार को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ धर दबोचा. पकडे जाने पर उसने कहानी बना शुरू कर दिया. लगा कहने कि उसने ये पैसे दयाशंकर सिंह को उधार दिया था.लेकिन उसकी एक न चली निगरानी विभाग की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
इस जमादार की गिरफ्तारी से ईलाके के लोग खुश हैं और उनका आरोप है कि थाने में वगैर रिश्वत दिए कोई मामला दर्ज नहीं होता. मामला दर्ज करने और कारवाई करने के नाम पर लोगों से बार बार वसूली की जाती है.लोगों का आरोप है कि रिश्वत का यह गोरखधंधा खुल्लेयाम चल रहा है .सभी ऊपर के अधिकारी इस बात से परिचित हैं लेकिन कभी किसी ने कोई कारवाई नहीं की.
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