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रोहतास : सोन नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए, आस-पास के इलाकों में अलर्ट जारी

सोन नदी के टीलों से किसानों को हटाने का आदेश

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रोहतास : सोन नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए, आस-पास के इलाकों में अलर्ट जारी

सिटी पोस्ट लाइव : मध्यप्रदेश, बिहार और झारखण्ड की तटवर्तीय क्षेत्रो में भारी वर्षा की वजह से सोन नदी का जल स्तर बढ़ गया है. मध्यप्रदेश के रिहन्द डैम से 25000 हज़ार क्यूसेक, झारखंड के मुहम्मद गंज बराज से 47000 हज़ार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. जो रोहतास के इंद्रपुरी बराज पहुंचा है. इस कारण जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर आ चूका है. बाढ़ के खतरे को देखते हुए इंद्रपुरी बराज से पश्चमी कैनाल नहर में 10039 क्यूसेक, पूर्वी कैनाल नहर में 9224 क्यूसेक और सोन नदी में 52419 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है. भारी बारिश ने जहां लोगों का जन जीवन अस्त-व्यस्त किया है तो वहीँ सों नदी में बढ़ते जलस्तर ने प्रशासन और आम लोगों की चिंताएं और बढ़ा दी है.सोन नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण बिहार के रोहतास, औरंगाबाद, अरवल, भोजपुर और पटना जिले के निचले इलाकों के लोगों को अधिकारीयों ने सतर्कता बरतने की सलाह दी है. जबकि सोन नदी के टीलों पर खेती कर रहे किसानों को और उनके मवेशियों को टीला जल्द खाली करने को कहा गया है. गौरतलब है कि बिहार के इन क्षेत्रों में सोन नदी हर साल भारी तबाही मचाती है. जिसको लेकर प्रशासन काफी मुस्तैदी से काम कर रही है. अनहोनी की घटनाओं को देखते हुए जलप्रबंधन विभाग पहले से ही लोगों को आगाह करने में जुट गयी है. पिछले कुछ दिनों से बिहार सहित अन्य राज्यों में बारिश ने भारी तबाही मचाई है.

यूपी में जहां अबतक 65 लोगों की मौत हुई है तो वहीँ उत्तराखंड में कई जानें और लोग बेघर हो चुके हैं. बिहार में कोशी अपने उफान पर है तो सोन नदी में बढ़ते जलस्तर ने समस्याएं और बढ़ दी है. यदि समय रहते इन समस्याओं से बिहार सरकार निपट लेती है तो बाढ़ से होने वाले नुकसान और जान-माल की क्षति पर भी नियंत्रण किया जा सकता है.

रोहतास से विकाश चन्दन की रिपोर्ट

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