सिटी पोस्ट लाइव: अभीतक सरकार को घेरने में जुटे बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव की घेराबंदी भी शुरू हो गई है. जिस रेलवे अधिकारी के खिलाफ रेलवे द्वारा अबतक रेलवे होटल्स के टेंडर मामले में केस करने की अनुमति सीबीआई को नहीं दिए जाने के कारण अबतक लालू परिवार बचा हुआ था, उस मामले में रेल मंत्री ने संज्ञान ले लिया है. अब रेलमंत्री ने ओडिशा के पूरी स्थित चाणक्य बीएनआर होटल के टेंडर केस में शामिल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं. इस केस में सीबीआई ने राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू यादव और उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव को आरोपी बनाया है.जाहिर है अब केस आगे बढेगा और लालू परिवार की मुसीबत बढ़ेगी .इस मामले में तेजस्वी और राबडी देबी को भी जेल हो सकती है.
सीबीआई ने इस मामले में इस साल 14 अप्रैल को आरोप पत्र दायर किया था, जिसमें आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव को आरोपी बनाया था.गौरतलब है कि अग्रवाल पर आईआरसीटीसी के महाप्रबंधक रहते हुए नियमों में हेरफेर करने का आरोप है. ये घोटाला लालू यादव के रेल मंत्री कार्यकाल में हुआ था. लेकिन ये उजागर पिछले साल उस समय हुआ जब पटना में एक निर्माणाधीन मॉल की मिट्टी पटना ज़ू को देने का मामला प्रकाश में आया.
बाद में पता चला ये मॉल की ज़मीन लालू यादव और उनके परिवार के लोगों ने उसी व्यक्ति और उनकी कम्पनी से ली है, जिन्हें रेलवे के होटल रांची और पुरी में दिये गये थे. बीते वर्ष तीन अकटूबर को रेलवे होटल टेंडर मामले में सीबीआई लालू के बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को भी पूछताछ के लिए बुलाया था.इस मामले में रेलवे अधिकारी अग्रवाल के खिलाफ केस करने की अनुमति रेलवे द्वारा नहीं दिए जाने के कारण अबतक केस आगे नहीं बढ़ पाया था.
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