सिटी पोस्ट लाइव: गर्मी की छुट्टी हो या कोई भी पर्व त्यौहार ट्रेनों में जगह मिलना मुश्किल हो जाता है. जब ट्रेनों में जगह नहीं मिलता हवाई जहाज कम्पनियाँ हवा में लूट मचा देती हैं. दिल्ली से पटना आने का एयर फेयर 18 हजार से लेकर 25 हजार रुपये तक पहुँच जाता है. जब बात हो लोक आस्था के महान पर्व छठ की तो कहीं भी टिकेट मिलना मुश्किल हो जाता है. रेलवे ने ट्रेनों में चार माह पूर्व यानी यात्र की तिथि से 120 दिन पूर्व टिकट आरक्षित कराने की व्यवस्था शुरू की है. इसके तहत सुबह 8 बजे से 120 दिन बाद की टिकट रिजर्वेशन काउंटर, इंटरनेट या अधिकृत एजेंटों के माध्यम से आरक्षित करा सकते हैं.
इसबार लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ 11 से 14 नवंबर तक मनाया जाएगा. इसमें शामिल होने के लिए देश के कोने-कोने से लोग घर आते हैं. छठ पर्व के ठीक अगले दिन यानी 15 नवंबर को लौटना चाहेगें .इसके लिए अभी से ओपनिंग टिकट रिजर्व कराया जा सकता है. इसी प्रकार 16, 17, 18, 19, 20 नवंबर या बाद की तिथि की ओपनिंग टिकट बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार, रविवार व आगे के दिनों में बुक कराई जा सकती है.रेलवे अधिकारियों का कहना है कि पर्व संपन्न होने के अगले ही दिन से परदेश लौटने वालों की अप्रत्याशित भीड़ स्टेशनों पर उमड़ती है. यदि आपके परिजन भी पर्व में शामिल होने के बाद अगले दिन लौटने की योजना बनाए हैं तो 120 दिन पूर्व ओपनिंग टिकट में अपनी बर्थ आज मंगलवार से ही आरक्षित करा लेना बेहतर होगा.
सभी प्रमुख ट्रेनों में ओपनिंग टिकट शुरू होते ही बर्थ के लिए मारामारी बढ़ जाएगी. इसके बाद तत्काल टिकट का ही आसरा रहेगा, जिसके लिए सालों भर मारामारी रहती है. दोनों में असफल होने पर दलालों को मुंहमांगे दाम देने होंगे.ओपनिंग टिकट में दलाल बहुत खेल करते हैं. छठ के ठीक बाद की ओपनिंग टिकटों की कालाबाजारी करने की तैयारी में दलाल अभी से जुट गए हैं. पूर्व के अनुभवों के अनुसार सुबह आठ बजे बुकिंग शुरू होते ही प्रमुख ट्रेनों में आरक्षण वेटिंग दिखाने लगता है.
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