‘डिनर-डिप्लोमेसी’ के बाद बीजेपी की चुप्पी से बढी एलजेपी-रालोसपा की बेचैनी
डिनर डिप्लोमेसी’ से खुश नहीं हैं कुशवाहा, NDA में सीट शेयरिंग को लेकर दिया ये बड़ा बयान
सिटी पोस्ट लाइव: बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के नीतीश कुमार के साथ डिनर डिप्लोमेसी के बाद बीजेपी नेताओं के सूर तो बदल गए हैं. वो नीतीश कुमार को बड़ा भाई मानने लगे हैं.लेकिन मुश्किल ये है कि एनडीए के दुसरे प्रमुख सहयोगी दलों को सीटों के बटवारे को लेकर डर सताने लगा है. शनिवार को एलजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति पारस ने यहाँ तक कह दिया कि पासवान के चेहरे और वोट बैंक को कोई नजर-अंदाज नहीं कर सकता .वहीं रालोसपा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को भी एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर डर सताने लगा है. अमित शाह के दौरे के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि सीटों के बंटवारे को लेकर जब तक एनडीए के सभी घटक दल एक साथ बैठकर तय नहीं करते हैं, तब तक कुछ नहीं होनेवाला . उन्होंने कहा कि सीटों को लेकर अभी निर्णय नहीं हुआ है.
नीतीश कुमार के साथ अमित शाह की बैठक बाद बीजेपी द्वारा “ आल इज वेल “ का दवा तो किया जा रहा है लेकिन एलजेपी और रालोसपा को कुछ ठीक नहीं लग रहा. दोनों को ये डर सता रहा है कि बीजेपी कहीं उनकी सीटें कम न कर दे. उपेन्द्र कुशवाहा के पास महागठबंधन में आने का ऑफर पहले से ही है.लेकिन वो इंतज़ार कर रहे हैं बीजेपी के फैसले और सही समय का . आरजेडी के प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने उपेंद्र कुशवाहा के इस बयान पर कि एनडीए में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है, कहा कि इंतज़ार कीजिये बहुत जल्द ही कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी और रामविलास पासवान की पार्टी एलजेपी महागठबंधन के साथ नजर आयेगीं. चर्चा है कि अगर उपेंद्र कुशवाहा को एनडीए में सम्मान नहीं मिलता है, तो आरएलएसपी पाला बदल भी सकती है.
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के पटना दौरे के बाद बिहार में जीत के लिए एनडीए का फॉर्मूला तय हो जाने का दावा बीजेपी द्वारा किया तो जा रहा है लेकिन ये फोर्मुला है क्या अभीतक किसी को पता नहीं है. वैसे भी फार्मूला तो फाइनल तभी हो पायेगा जब सभी सहयोगी दलों को उसे मंजूरी मिल जाएगा. अभीतक सीटों के बटवारे को लेकर एलजेपी और रालोसपा के साथ बीजेपी की कोई बातचीत नहीं हुई है. बीजेपी की नीतीश कुमार से मुलाक़ात और खुद को इंतज़ार कराये जाने से एलजेपी और रालोसपा की बेचैनी बढ़ने लगी है.
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