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ईलाज छोड़ छोड़ क्यों पटना पहुंचे लालू , तेजस्वी कहाँ गायब और तेजप्रताप की प्लानिंग

पिचले चार दिनों से राजनीति से दूर हैं तेजस्वी, तेजप्रताप हो गए हैं ज्यादा सक्रीय, अटकलों का बाज़ार गर्म

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सिटी पोस्ट लाइव, पोलिटिकल डेस्क : आरजेडी सुप्रेमोम लालू यादव के दोनों बेटे तेजप्रताप यादव और तेजस्वी यादव के बीच तकरार बहुत बढ़ गई है. ये तकरार पार्टी की कमान अपने हाथ में लेने को लेकर बड़ी है. पहले पार्टी के स्थापना दिवस के पहले तेजप्रताप यादव ने अपने फेसबुक के जरिये हमला किया ,फिर पार्टी के स्थापना दिवस में जाने से मना कर दिया. यहाँ तक कि खुद पार्टी को पार्टी के स्थापना दिवस में अपना नाम इस्तेमाल नहीं करने की चेतावनी तक दे डाली .बात जब मीडिया में आ गई तो लालू यादव को हस्तक्षेप करना पड़ा. तेजप्रताप इस कार्यक्रम में तो शामिल हुए लेकिन अपनी शर्तों पर . उन्होंने पार्टी के मंच से पार्टी के तमाम नेताओं को सन्देश दे दिया कि उन्हें पार्टी में कोई नजर-अंदाज नहीं कर सकता. पार्टी वहीँ चलायेगें. उन्होंने यहाँ तक कह दिया कि आप लोगों को लालू यादव की कमी क्यों लगती है. मैं भी तो लालू यादव जैसा ही हूँ. उन्हीं की तरह मेरा हाव-भाव है. उनकी की तरह भाषा और स्टाइल भी .

तेजप्रताप यादव और तेजस्वी के बीच तकरार इस कदर बढ़ गया कि मुंबई में ईलाज करवा रहे लालू यादव को तुरत पटना आना पड़ा. दोनों भाइयों के झगड़े को सुलझाने लालू यादव मुंबई से पटना आ गए लेकिन तेजप्रताप अपने क्षेत्र महुआ में सतू पार्टी करने निकल गए और तेजस्वी दिल्ली रवाना हो गए. तेजस्वी की नाराजगी से बेपरवाह तेजप्रताप ये साबित करने के लिए कि वहीँ असली लालू यादव के वारिश हैं, लालू अंदाज में ही रिक्शा चलाकर क्षेत्र में पहुंचे. अपने समर्थकों के साथ सत्तू पार्टी किया ,फेसबुक पर समर्थकों के लाइव संवाद किया .अपने को लालू यादव से भी ज्यादा ठेठ-देशी साबित करने के लिए सबकुछ किया . मीडिया वालों के मन-मुताबिक एक्शन दिया .

इधर लालू यादव अपने दोनों बेटों के झगड़े को सुलझाने के लिए बैठे हैं, उधर दोनों उन्हें मौका ही नहीं दे रहे. तेजस्वी पिछले पांच दिनों से राजनीति से बिलकुल दूर चुपचाप बैठ गए हैं. कोई ट्विट नहीं, कोई बयान नहीं दे रहे हैं. इधर तेजप्रताप दनादन कार्यक्रम कर मीडिया में छाये हुए हैं. तेजप्रताप छोटे भाई की नाराजगी से बिलकुल बेपरवाह दिख रहे हैं. तेजस्वी के नाराज होकर बैठ जाने के बाद कुछ ज्यादा ही सक्रीय हो गए हैं. तेजप्रताप यादव को लगता है कि लालू स्टाइल में ही समर्थकों को पार्टी से जोड़कर रखा जा सकता है न कि तेजस्वी स्टाइल से .  चुनावी साल है, ऐसे में चुनावी तैयारी में जुटाने के बजाय दोनों भाइयों के बीच पार्टी पर बर्चस्व को लेकर शुरू हुए इस जंग से लालू यादव परेशान हैं. गौरतलब है कि दो दिन पहले ही लालू यादव के राज ज्योतिष ने भी तेजस्वी पर जोरदार हमला कर दिया था .उन्होंने आरोप लगाया था कि तेजस्वी को रावण जैसा अभिमान हो गया है.उन्होंने ये भी कहा था कि बेटों के बीच की लड़ाई के कारण लालू यादव की सेहत और खराब होती जा रही है.

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