सज गया शिव भक्तों के लिए सावन का बाजार, खरीददारी के लिए आने लगे भक्त
सावन महीना आने में अब 20 दिन ही शेष हैं. लेकिन शिव भक्तों के लिए पटना में बाजार सज चुके है’
सिटी पोस्ट लाइव: अब शिव भक्त सावन और बाबा भोलेनाथ की पूजा की तैयारी में जुट गए हैं. उनके लिए अभी से सावन का बाज़ार सज धजकर तैयार हो गया है . अभी से बोलबम के बाज़ार में रौनक दिखने लगी है. लोग खरीददारी के लिए पहुँचने लगे हैं. थोक बाजार में मौसमी कारोबारियों की भीड़ खरीदारी के लिए बढ़ गई है. बोलबम वस्त्र बाजार के दुकानदारों के चेहरे पर हरियाली दिखने लगी है. पटना की थोक व खुदरा दुकानों में दिल्ली व कोलकाता से आए कपड़े भर चुके हैं. रेडीमेड कपड़ों के कीमत की बात करे तो बीते वर्ष की तुलना में पांच से सात फीसद इजाफा है. मौसमी वस्त्र के कारोबार से जुड़े व्यापारियों की मानें तो पटना की मंडियों में बोलबम वस्त्रों का कारोबार 25 करोड़ रुपये के आसपास होने की उम्मीद है.
कांवरियों के लिए बोलबम वस्त्र बाजार में रंगीन टी शर्ट, पैंट, बैग, मोबाइल, कैमरा रखने के लिए पर्स, महिलाओं के लिए बैग, गमछा, गोला, पट्टी के साथ दर्जनों साथ कई आइटम उपलब्ध हैं. कपड़ों की थोक दादर मंडी में करोबार से जुड़े व्यवसायी मोहम्मद तज्जू व मोहम्मद मुख्तार समेत अन्य दुकानदारों ने बताया कि बोलबम वस्त्र बाजार में ¨प्रटेड वस्त्र के साथ प्लेन वस्त्र व थ्री पीस क्वार्टर डिजाइनर टी शर्ट सबको भा रहा है.
सावन से पहले कांवर का बाजार सज चुका है. डिमांड को पूरा करने के लिए कांवर का निर्माण कार्य तेजी के साथ चल रहा है. चौक पर कांवर के कारोबार से जुड़े राजकुमार कसेरा ने बताया कि कांवर निर्माण में उपयोग आने वाला बांस पूर्णिया का बेहतर होता है. उत्तर बिहार के वैशाली, छपरा समेत अन्य जगहों से आये बांस का भी उपयोग होता है. कारोबारी ने बताया कि कांवर सजावट की सामग्री शिव¨लग, त्रिशूल, घुंघरू, कृत्रिम फूल, अगरबत्ती स्टैंड समेत अन्य सजावट की आइटम ज्यादातर कोलकाता, दिल्ली, मुरादाबाद व मुंबई से आती है. साधारण कांवर जहां 250 से 600 रुपये प्रति पीस की दर पर उपलब्ध है. वहीं सजावटी कांवर 500 से लेकर 5000 रुपये के बीच प्रति पीस बिक रहा है. बाजार सूत्रों की मानें तो सावन माह में शहर में कांवर का लगभग एक करोड़ रुपये का व्यवसाय होता है. कारोबारियों ने बताया कि एक सप्ताह बाद से बाजार में कांवर की मांग बढ़ेगी.
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