जमीन विवाद में युवक की गोली मारकर हत्या, सगे चाचा ने दिया घटना को अंजाम
सिटी पोस्ट लाइव, एक्सक्लूसिव : सहरसा इनदिनों अपराधियों के राडार पर है। दिनदहाड़े गोलीबारी, चाकूबाजी और लूट सहित अन्य संगीन अपराध रोजमर्रा की बात हो गयी है। पुलिस की खाकी का रंग उतर चुका है,उसकी हनक खत्म हो चुकी है। आज दिनदहाड़े सहरसा के सलखुआ प्रखंड के बहुअरवा गाँव के रहने वाले 25 वर्षीय हरिनंदन सिंह, पिता मेदन सिंह को उसके सगे चाचा अशोक सिंह और उनके तीन बेटे अभिमन्यु, धर्मवीर और रविशंकर ने घर से खींचकर पहले बाहर लाया। उसके बाद रस्सी से उसे बांधकर पहले तो लोहे के रॉड और खंती से भरपूर मारा। उसके बाद अशोक सिंह ने देशी कट्टे से दो गोली मार दी और वहां से सपरिवार फरार हो गए।
आसपास के लोग जबतक वहां पहुंचे तबतक काफी देर हो चुकी थी। हरिनंदन के पिता खेत पर थे। देखते-देखते आसपास के लोग जमा हुए और हरिनंदन की रस्सी खोली और उसे लेकर सदर अस्पताल भागे। इस दौरान मौका ए वारदात से ग्रामीणों ने दो देसी काटते भी बरामद किए हैं। जख्मी हरिनंदन को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसका ईलाज भी शुरू हुआ लेकिन कुछ मिनटों में ही उसकी जान चली गयी। पिता मेदन सिंह और ग्रामीण खुलकर घटना के बाबत जानकारी दे रहे हैं।
अस्पताल पहुंचे सलखुआ थाने के एएसआई रामदेव प्रसाद यादव ने कहा कि वे छानबीन कर रहे हैं। पहले लाश का पोस्टमार्टम करवा कर उसे परिजन को सौंपा जाएगा,उसके बाद अपराधियों के विरुद्ध छापामारी होगी। इस गोलीबारी की घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि इस इलाके में अपराधियों की बल्ले-बल्ले है। यहां के लोग पुलिस के दम से नहीं बल्कि अपराधियों के रहमो-करम पर टिके हैं। बीते 18 जून को मन्नू सिंह की हत्या और दो दिन पहले बिहरा में हुयी गोलीबारी और चाकूबाजी सहित चोरी, लूट और छिनतई की कई घटनाएं हुई हैं लेकिन पुलिस के हाथ अभीतक खाली हैं। हम ताल ठोंककर कहते हैं कि इस इलाके में अपराधियों की समानांतर सरकार चल रही है।
सहरसा से पीटीएन मीडिया न्यूज ग्रुप के सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह की रिपोर्ट