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IFFCO की डीलरशिप और फ्रेंचाइजी के नाम पर करोड़ों की ठगी.

पटना पुलिस ने किया सनसनीखेज खुलासा ,बिहार समेत 18 राज्यों के लोगों को करोड़ों का चुना.

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सिटी पोस्ट लाइव : बिहार समेत देश भर के करीब 18 राज्यों के लोगों से अब तक करोड़ों रुपए की ठगी की जा चुकी है.ये ठगी IFFCO की डीलरशिप और फ्रेंचाइजी के नाम पर की गई है.देश के खाद्य और किटनाशक बेचने वाले लोगों और किसानों को साइबर अपराधियों ने लूट लिया है.इन्हें इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड (IFFCO) के डीलरशिप और फ्रेंचाइजी के नाम पर इन्हें छाला जा रहा है.इस साइबर ठगी का खुलासा रविवार को तब हुआ, जब पटना में पत्रकार नगर थाना की पुलिस ने 90 फीट इलाके के पास से कार से जा रहे दो युवकों को पकड़ा. इनकी तलाशी लेने के बाद जब इनकी कुंडली खंगाली गई तो दोनों साइबर अपराधी एक बड़े गैंग के एक्टिव मेंबर निकले.

इन दोनों की उम्र 22-23 साल की है. इनमें एक का नाम रंजन उर्फ अंकित (बिलारी, कतरीसराय, नवादा ) और दूसरा आनंद मुरारी (ढ़िबरा, औरंगाबाद ) है. पुलिस ने इनकी हुंडई कार को जब्त कर लिया है. इनके पास से तीन दर्जन ATM कार्ड, 5 मोबाइल, लैपटॉप, काफी संख्या में चेकबुक और IFFCO के नाम पर बनाए गए फर्जी कागजात बरामद हुए हैं.
दोनों ने जो राज पुलिस के सामने उगला है, उसके मुताबिक IFFCO के नाम पर साइबर अपराधियों ने एक फर्जी वेबसाइट बना रखा है. फेसबुक, इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया के दूसरे प्लेटफॉर्म के जरिए प्रचार-प्रसार करते हैं. डीलरशिप और फ्रेंचाइजी देने के लिए लुभावने कंटेंट को सोशल मीडिया पर फ्लोट करते हैं. जैसे ही कोई शख्स इनके झांसे में आता है, उससे बहुत अच्छे तरीके से बात करते हैं.लोगों को शक नहीं होने देते कि ये साइबर अपराधी हैं.

झांसे में आए लोगों से पहले काफी सारे कागजात मंगवाते हैं. फिर प्रोसेस के नाम पर टाइम लेते हैं. इसके बाद फर्जी नामों से खुलवाए गए बैंक अकाउंट में रुपए मंगवाते हैं. चंद मिनटों में वो रुपए दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए जाते हैं और फिर उस अकाउंट से ATM के जरिए कैश निकाल लिए जाते हैं.पटना पुलिस की जांच के बाद पता चला कि इनके गैंग में करीब 40 साइबर अपराधी हैं. इस गैंग मेन सरगना जितेंद्र कुमार है.ठगी के तरीकों को पुलिस पूरी तरह से डिकोड कर चुकी है. सोशल नेटवर्क प्लेटफॉर्म के अलावा इस गैंग के पास देश के अलग-अलग राज्यों में रहने वाले लोगों के मोबाइल नंबर उपलब्ध होते हैं. जिसके बाद साइबर अपराधी लोगों को उनके नंबरों पर कॉल करते हैं. उन्हें SMS और व्हाट्सएप पर मैसेज भी करते हैं.

जांच में कई लोगों के द्वारा लाखों रुपए के किए गए ट्रांसफर का सबूत भी मिला है. अब तक शातिरों का ये गैंग IFFCO की फ्रेंचाइजी और डीलरशीप के नाम पर बिहार, झारखंड, तामिलनाडू, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, जम्मू-कशमीर, ओड़िशा, मणिपुर, पश्चिम बंगाल, छत्तिसगढ़, हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना, असम और हरियाणा में रहने वाले लोगों के साथ ठगी कर चुके हैं.

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