उपेंद्र कुशवाहा को JDU से निकाल बाहर करने की तैयारी शुरू.
नोटिस भेजने की तैयारी में JDU, कई सवालों के जवाब मांगे जाएंगे फिर होगी कठोर कारवाई.
सिटी पोस्ट लाइव :अब बहुत जल्द उपेन्द्र कुशवाहा को इस बात का अहसाश होनेवाला है कि JDU का मतलब नीतीश कुमार और नीतीश कुमार का मतलब JDU है.अब पार्टी उनके खिलाफ कारवाई की तैयारी कर रही है.सूत्रों के अनुसार उपेन्द्र कुशवाहा को नोटिस भेजे जाने को लेकर तैयारी चल रही है. नोटिस के जवाब के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई होना तय है.उपेंद्र कुशवाहा को जो नोटिस भेजा जा रहा है, उसमें सबसे पहले इस बात का जिक्र है कि उन्होंने पार्टी की आरे से आयोजित शहीद जगदेव प्रसाद की जयंती में भाग नहीं लेकर किसी दूसरे संगठन की ओर से आयोजित जयंती कार्यक्रम में भाग क्यों लिया?
हाल के दिनों में लगातार प्रेस कांफ्रेंस कर उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार पर जिस तरह से टिप्पणी की है, उसे भी JDU अनुशासनहीनता मानता है.जिन बातों को पार्टी फोरम पर उठाना चाहिए था उन्हें उपेंद्र कुशवाहा ने सार्वजनिक रूप से प्रेस कांफ्रेंस में कहा. पार्टी की नीतियों पर भी सवाल उठाए. ऐसी संभावना है कि अगले हफ्ते तक JDU की ओर से उपेंद्र कुशवाहा को नोटिस भेजा जाएगा. एक तय अवधि तक उन्हें जबाव देने के लिए कहा जाएगा. अगर उनका जबाव नहीं आता है तो पार्टी उन पर कार्रवाई करेगी.
उपेंद्र कुशवाहा इस बात से अनजान नहीं हैं.उन्होंने नोटिस भेजे जाने की तैयारी के बीच शनिवार को कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पार्टी के खिलाफ कभी कुछ नहीं कहा है. पार्टी किसी की निजी संपत्ति नहीं. यह न मेरी है और न किसी और की। यह किसी एक व्यक्ति की पार्टी नहीं है.उपेंद्र ने कहा कि वह तो सिर्फ पार्टी को बचाने की बात कर रहे हैं. पार्टी अगर नहीं बची तो सभी का नुकसान होगा. जब RJD के नेता यह कह रहे हैं कि नीतीश कुमार अपनी कुर्सी तेजस्वी यादव को सौंप दें तो फिर JDU के नेता इस पर क्यों नहीं कुछ बोल रहे? इस डील को सार्वजनिक करने की बात ही तो मैंने की है. नीतीश कुमार ने जिस दिन यह कहा था कि अगला चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा तो इस बारे में पार्टी के सभी नेताओं से चर्चा होनी चाहिए थी.
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