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शहरी क्षमता वाले ग्रामीण इलाकों का मास्टर प्लान मंजूर.

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सिटी पोस्ट लाइव :मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक में कई अहम् फैसले लिए गए हैं.राज्य के शहरी क्षेत्रों से सटे शहरी क्षमता वाले ग्रामीण इलाकों को समेकित रूप से विकसित करने के लिए 10 जिलों के मास्टर प्लान को स्वीकृति दे दी गई है. मास्टर प्लान के तहत शहरों से सटे वैसे क्षेत्र जो शहरी सुविधा देने योग्य हैं, उन्हें विकसित कर शहर बनाया जाएगा.जिन जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों को प्लानिंग एरिया के तहत विकसित किया जाना है, इसमें सोनपुर, अरवल, सुपौल, शेखपुरा, बांका, गोपालगंज, जहानाबाद, मधेपुरा, नवादा और भागलपुर हैं.

वानिकी कॉलेज में 204 पदों सहित विभिन्न विभागों के लिए 321 पद सृजन की दी मंजूरी दी गई है. मुंगेर जिला में वानिकी महाविद्यालय के स्थायी स्थापना के तहत विभिन्न कोटि के 204 पदों के सृजन की स्वीकृति दी है. वित्त विभाग में कार्यालय परिचारी में अतिरिक्त 59 पदों को सरेंडर करते हुए निम्नवर्गीय लिपिक के आवश्यक 71 अतिरिक्त पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई.पटना बख्तियारपुर अंचल के मौजा देदौर थाना 145 के विभिन्न खाता व खेसरा की 10 एकड़ कृषि विभाग की जमीन को पाटलिपुत्र विवि के भवन निर्माण के लिए शिक्षा विभाग को देने का फैसला लिया गया.

पीपीपी मोड में एनएच 31 में करजान से एनएच 28 में ताजपुर को जोड़ने वाली गंगा नदी पर निर्माणाधीन 4 लेन पुल (लंबाई 5.51 किमी) और 4 लेन पहुंच पथ (लंबाई 45.39 किमी) परियोजना टर्मिनिेटेड कंसेशन एग्रीमेंट के पुनरुद्धार और परियोजना के शेष कार्य को पूर्व करने के लिए स्वीकृत 935.77 करोड़ वन टाइम फंड इनफ्लुशन (ओटीएफआई), वाटर फॉल मैकेनिज्म प्राथमिकता निर्धारण और अन्य शर्त की मंजूरी दी गई.

प्राथमिकता सूची में लैंडर्स को उनके बकाया मूलधन एवं ब्याज के वसूली तक टॉल कलेक्शन में प्राथमिकता (फर्स्ट चार्ज) देने की स्वीकृति दी है. टॉल कलेक्शन से पहले बैंक का भुगतान होगा फिर राज्य सरकार को राशि मिलेगी. राज्य स्कीम मद से सरकारी प्रारंभिक स्कूलों में 1401 निर्माणाधीन अतिरिक्त वर्ग कक्षों के शेष निर्माण के लिए 27.71 करोड़, 83 निर्माणाधीन नवसृजित प्राथमिक विद्यालयों के शेष निर्माण के लिए 7.33 करोड़ और 8 निर्माणाधीन भवनहीन विद्यालयों के शेष निर्माण पूरा कराने के लिए 93.95लाख यानी कुल 35.98 करोड़ की स्वीकृति दी गई.

राज्य के सभी सदर अस्पताल, जिला अस्पताल और अनुमंडल अस्पतालों में भर्ती मरीजों के वस्त्रों की आपूर्ति, वस्त्रों की धुलाई और अस्पताल भवनों की सफाई कार्य अब ग्रामीण जीविकोपार्जन समिति के जीविका समूह द्वारा होगी. सदर अस्पताल, जिला अस्पताल व अनुमंडल अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए वस्त्रों की आपूर्ति जीविका दीदियों द्वारा की जाएगी. कपड़ों की आपूर्ति खादी और स्थानीय बुनकरों द्वारा होगी.अस्पतालों में साफ सफाई की जिम्मेदारी भी जीविका समूह को दी गई है. जीविका द्वारा सभी अस्पतालों को साफ-सफाई की सेवाएं अनिवार्य रूप से सप्ताह के सातों दिन रोटेशन (चक्रीय) रूप से सातों दिन चौबीसों घंटे उपलब्ध कराई जाएगी.

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