सिटी पोस्ट लाइव :उपेन्द्र कुशवाहा से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार परेशां हैं.वो चाहते हैं कि वो जल्द से जल्द पार्टी से किनारा कर लें. उन्होंने मीडिया के सवालों पर कहा था कि मैंने किसी को नहीं रोका. नेता अपनी इच्छा से आ और जा सकते हैं.लेकिन इतनी आसानी से उपेंद्र कुशवाहा पार्टी छोड़नेवाले नहीं हैं.उन्होंने तमाम अटकलों को फिर से नकारते हुए नीतीश कुमार को अपना बड़ा भाई बता दिया है.उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा- ऐसे कैसे चले जाएं अपना हिस्सा छोड़कर?
उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट में लिखा, “बड़ा अच्छा कहा भाई साहब आपने…! ऐसे बड़े भाई के कहने से छोटा भाई घर छोड़कर जाने लगे तब तो हर बड़का भाई अपने छोटका को घर से भगाकर बाप-दादा की पूरी संपत्ति अकेले हड़प ले. ऐसे कैसे चले जाएं अपना हिस्सा छोड़कर….?” उपेन्द्र कुशवाहा के इस ट्वीट का मतलब साफ़ है कि वे इतनी आसानी से जदयू से बाहर नहीं जाएंगे, बल्कि वो जदयू के शीर्ष नेतृत्व को मजबूर करेंगे कि वो उन्हें बाहर निकाले ताकि उन्हें सहानुभूति मिल सके.
माना जा रहा है कि उनका यह ट्वीट JDU के लव कुश (कुर्मी-कोइरी) समीकरण में कोइरी (कुशवाहा) जाति के अधिकार को लेकर था. लेकिन, उनके इस कथन पर पलटवार करने के लिए JDU दुसरे कुशवाहा नेता सामने आ रहे हैं. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने बड़ा हमला करते हुए उपेंद्र कुशवाहा को इस्तीफा देने की चुनौती दी है. उन्होंने कहा, उपेंद्र कुशवाहा को जल्द त्यागपत्र दे देना चाहिए. जेडीयू पार्टी को नीतीश कुमार ने बनाया है, किसी तरह का कोई हक उनकी पार्टी में नहीं है. पार्टी को कमजोर और बर्बाद करने का काम उपेंद्र कुशवाहा ने किया है.
उमेश कुशवाहा ने आगे कहा, नीतीश जी ने उनको क्या क्या बनाया है, सभी कुछ जनता जानती है. आटा चावल बेचने का काम उपेद्र जी करते थे, लेकिन नीतीश जी ने उनको नेता बनाने का काम किया. उपेंद्र कुशवाहा ने सदस्यता अभियान का फॉर्म भी जमा नहीं करवाया है. उनके अंदर नैतिकता है तो उनको स्वयं पार्टी छोड़कर चले जाना चाहिए.लेकिन उपेन्द्र कुशवाहा के तेवर से साफ़ है कि वो खुद पार्टी छोड़ने के बजाय पार्टी को अपने को निकाल बाहर करने को मजबूर कर देगें.
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