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शिवसेना सांसद के नाम पर पटना में हो रहा था फ्रॉड .

पुणे से ऑपरेट हो रहे बड़े सायबर गिरोह का पटना पुलिस ने किया खुलासा, पकडे गये शातिर.

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सिटी पोस्ट लाइव :पटना पुलिस ने एक और बड़े सायबर फ्रॉड (CYBER FRAUD) गैंग का खुलासा . राजधानी पटना में एक बड़े सायबर फ्रॉड गैंग का खुलासा किया है.पत्रकार नगर इलाके से पुलिस ने दो बड़े सायबर अपराधी को गिरफ्तार किया है.इन अपराधियों के पास से महाराष्ट्र शिव सेना सांसद श्रीरंग वारणे का रबड़ स्टाम्प भी बरामद किया गया है. पुलिस ने इनके पास से 111 सिम कार्ड 19 डेबिट कार्ड 5 पासबुक दो चेक बुक 3 आधार कार्ड जब्त किए हैं. इस गिरोह का सरगना पेशे से इंजीनियर है; जो पुणे का रहने वाला बताया जाता है.

 

पूछताछ के दौरान सायबर अपराधियों ने खुलासा किया है कि सरगना इंजीनियर समय-समय पर आकर पटना में ठगी की ट्रेनिंग देता है. यह गिरोह केवाईसी अपडेट कराने, लॉटरी लगने लकी विजेता बनने सर्वे करने के नाम पर झांसा देकर ठगी करता था. पुणे के इंजीनियर और नवादा के युवक के नाम से कई एटीएम कार्ड और दस्तावेज पुलिस ने जब्त किए हैं. इस पूरे मामले में पटना में रहने वाले दो और शातिर ठगों की तलाश जारी है. हैरानी की बात है कि यह गिरोह पिछले 5 साल से सायबर ठगी कर रहा है.

 

पहले नवादा नालंदा शेखपुरा जैसे जिलों में रहकर साइबर ठगी करते थे. लेकिन जब ठगी से पैसे आने लगे तो सुख सुविधा और एश मौज के लिए वह पटना आ गए और अब यहीं से ठगी कर धंधे को अंजाम दे रहे हैं. सबसे बड़ी बात है कि कुछ शातिरों का परिवार भी उनके साथ रह रहा है. पुलिस ने शातिरों के कुछ परिजनों को भी हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है.महाराष्ट्र के सांसद की मुहर के बारे में पूछताछ करने पर इन शातिरों ने बताया कि बैंक खाता खुलवाने और सिम लेने के लिए दस्तावेज सत्यापन के लिए वे सांसद की मुहर का इस्तेमाल करते रहे हैं. पकड़े गए दोनों शातिरों की मानें तो 20% कमीशन पर गिरोह के लिए काम कर रहे थे.

 

इन्होंने पुलिस को इस बात की भी जानकारी दी है कि दिल्ली में फर्जी तरीके से सिम कार्ड बेचने वाला एक गिरोह सक्रिय है जो पैसे लेकर फर्जी तरीके से सिम कार्ड आवंटित करता है. इस गिरोह के बारे में पुलिस और भी जानकारी जुटा रही है. इस बात की भी जानकारी मिली है कि गिरोह गरीब लोगों को पैसे देकर उनका दस्तावेज अपने लिए इस्तेमाल करता था.

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