छठ पूजा में गंगा नदी पर नजर आयेगी 21 फीट लंबी पेंटिंग.
बिहार के कलाकारों व छात्रों ने बनाई है सीता और द्रौपदी के छठ पूजा की अद्भुत तस्वीर.
सिटी पोस्ट लाइव :पटना के गंगा घाट पर छठ पूजा करनेवाले लोगों के लिए गंगा घाट पर लगी 20 फीट की प्रतिमा आकर्षण का केंद्र होगी.गंगा नदी पर 21 फीट लंबी व 15 फीट चौड़ी छठ पूजा पेंटिंग बनाया गया है.इसका मकसद छठ पूजा को लेकर संदेश देना है. पटना के एमिटी विश्वविद्यालय के छात्रों व कलाकारों ने इसे बनाया है.पेटिंग में छठ व्रत की शुरुआत करने वाली दो प्रमुख चरित्रों ‘द्रौपदी’ एवं ‘सीता’ को दिखाया गया है. काटन फैब्रिक पर बनाई गई पेंटिंग के माध्यम से यह संदेश दिया गया है कि छठ व्रत पुरानी पीढ़ी के साथ-साथ नई पीढ़ी के लिए भी है. एमिटी विश्वविद्यालय की एक अन्य छात्राछात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय की तरफ से इसे वर्ल्ड बुक आफ रिकार्ड में जगह दिलाने की कोशिश होगी.
बिहार, झारखंड व पूर्वी उत्तर प्रदेश में इससे लोक आस्था गहरी जुड़ी है.इसे लोक आस्था का महा-पर्व कहा जाता है.लालू यादव और राबडी देबी द्वारा छठ पूजा किये जाने से पुरे देश में यह व्रत मशहूर है.लेकिन इसबार राबडी देबी छठ पूजा नहीं कर रही हैं. यह चार दिवसीय महापर्व शुक्रवार को ‘नहाय खाय’ (Nahai khai) के साथ आरंभ हो रहा है। शनिवार को ‘खरना’ (Kharna) है तो रविवार को सायंकालीन अर्घ्य ((Prayer to the evening sun) दिया जाएगा. फिर, सोमवार को प्रात:कालीन अर्घ्य (Prayer to the Rising Sun) के साथ व्रत की समाप्ति हो जाएगी.
बिहार के छात्रों व कलाकारों द्वारा बनाई गई छठ पूजा पेंटिंग को लेकर एमिटी विश्वविद्यालय (Amity University) के प्रो वाइस चांसलर विवेकानंद पांडेय ने सिटी पोस्ट लाइव से कहा कि वे इसे वर्ल्ड बुक आफ रिकार्ड में जगह दिलाने की काेशिश करेंगे, ताकि पूरी दुनिया इसे देख सके। वे कहते हैं कि छठ व्रत में डूबते व उगते सूर्य को अर्घ्य देना बताता है कि दोनों का महत्व है। इस पर्व में शुद्धता का भी खास ध्यान रखा जाता है.
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