सिटी पोस्ट लाइव :मोकामा विधान सभा का चुनाव बेहद दिलचस्प हो गया है.यहाँ से दोनों गठबंधन की महिला प्रत्याशी बाहुबलियों की पत्नियाँ हैं.सबसे ख़ास बात ये है कि दोनों ने अपनी जीत सुनिश्चित कराने के लिए अपने दुश्मनों को भी दोस्त बना लिया है.सूरजभान सिंह जो ललन सिंह के कट्टर विरोधी माने जाते थे ,उनकी पत्नी के चुनाव प्रचार की जिम्मेवारी संभाल रहे हैं.वही JDU के राष्ट्रिय अध्यक्ष ललन सिंह अपने विरोधी अनंत सिंह की पत्नी के लिए चुनाव प्रचार करेगें.
मोकामा विधान सभा उपचुनाव में अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी और ललन सिंह की पत्नी सोनम देवी घर घर वोट मांगने के लिए पहुँच रही हैं.अपने कार्यकर्ताओं की फ़ौज के साथ चुनाव प्राचार में जुटी ये दोनों ही नेत्रियाँ अपनी अपनी जीत के दावे कर रही हैं.बीजेपी के प्रत्याशी सोनम देवी कहती हैं कि मोकामा में कोई चैलेंज नहीं हैं. पहले आप चुनाव लड़ी लेकिन क्यों उस समय हार गई थी? इस सवाल पर वे कहती हैं कि पीएम मोदी ने हमें टिकट दिया है लेकिन वह टिकट मैंने जनता को दे दिया है. जीतने के बाद क्या करेंगी ? इस सवाल पर कहती हैं कि मोकामा मेरा घर है हम बाहरी नहीं हैं, हम मोकामा को सुरक्षित रखेंगे.
वो समझती हैं कि जब वो शादी शादी करके मोकामा आई थीं तो मोकामा में सिंदूर फैक्ट्री, भारत बैगन है, हॉस्पीटल था. अभी कुछ नहीं है. किसी का सिर भी फूटता है तो इलाज कराने लोग या तो बेगूसराय जाते हैं या फिर पटना. तीन साल में मुझे जो भी मौका मिलेगा करेंगे. पीएम मोदी को कुछ भी कहने की जरूरत नहीं है. मेरी जीत के बाद वे बिना कहे मोकामा के लिए काफी कुछ करेंगे.दूसरी तरफ अनंत सिंह की पत्नी नीलम कहती हैं कि जनता जिनके साथ है उनके साथ कैसा चैलेंज हो सकता है? भाजपा के लोग जुमलेबाज हैं. उन लोगों के बहकावे में मोकामा की महान जनता आने वाली नहीं है.
दरअसल, मोकामा सीट पर एक लम्बे अरसे से अनंत सिंह का कब्ज़ा रहा है.वो बहार रहें या जेल में हमेशा यहाँ से उनकी ही जीत हुई है.इसबार लड़ाई काटें की है .इसबार बाहुबलियों की पत्नियाँ आमने सामने हैं.अनंत सिंह तो हमेशा दुसरे बाहुबलियों पर भारी इस इलाके में पड़ते रहे हैं लेकिन ये देखना दिलचस्प होगा कि उनकी पत्नी में कितना दमखम है.