यूपी से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं नीतीश कुमार?
:JDU अध्यक्ष बोले-फूलपुर, अंबेडकरनगर और मिर्जापुर से ऑफर लेकिन CM को लेना है फैसला.
सिटी पोस्ट लाइव :एक सप्ताह पहले ही आपको सिटी पोस्ट अखिलेश यादव द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यूपी से चुनाव लड़ाए जाने की रणनीति के बारे में खबर दे चूका है.अब ये खबर चर्चा में है.आज जब पत्रकारों ने इस बाबत JDU के राष्ट्रिय अध्यक्ष ललन सिंह से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को यूपी के फूलपुर, अंबेडकरनगर या फिर मिर्जापुर से चुनाव लड़ाने की मांग हो रही है. राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है इन तीनों जगहों के कार्यकर्ताओं की इच्छा यह है कि नीतीश कुमार वहां से लोकसभा का चुनाव लड़े.
गौरतलब है कि नीतीश कुमार को यूपी के जिन सीटों से चुनाव लड़ाने की चर्चा हो रही हैं वो कुर्मी और अल्पसंख्यक बाहुल्य हैं.वैसे भी यूपी में कुर्मी वोटर 8 फिसद हैं.अखिलेश यादव को लगता है कि नीतीश कुमार के चुनाव लड़ने से पुरे प्रदेश में कुर्मी और दूसरी पिछड़ी जातियों की गोलबंदी उनकी पार्टी के पक्ष में हो सकती है.फूलपुर लोकसभा सीट कई मायनों में नीतीश कुमार के लिए सहज है. यहां का वोट बैंक कुर्मी बाहुल है. साथ ही इस लोकसभा सीट का पुराना इतिहास यह रहा है कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू यहां से तीन बार चुनाव जीत चुके हैं और पीएम बन चुके हैं. वीपी सिंह भी यहीं से चुनाव जीते थे और प्रधानमंत्री बने थे.वैसे भी नीतीश और PK की मुलाकात के बाद विपक्षी एकता और 2024 में लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज होने लगी है.
जब ललन सिंह से पूछा गया कि अखिलेश यादव ने बयान दिया है कि नीतीश कुमार चाहे तो यूपी के किसी भी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं तो उन्होंने अखिलेश यादव को साधुवाद देते हुए कहा कि यह उनका बड़प्पन है. हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि नीतीश कुमार जब दिल्ली गए थे तो उनके पिता मुलायम सिंह यादव से मिलने मेदांता हॉस्पिटल गए थे. वहां तीनों नेताओं ने आपस में मिलकर काफी देर तक बातचीत की थी. अब यदि अखिलेश यादव ने यह कहा है तो यह उनका बड़प्पन है और उनका साधुवाद है.
ललन सिंह ने नीतीश कुमार के साथ PK के आने की संभावना को खारिज कर दिया.उन्होंने पीके को भाजपा का एजेंट बता दिया.उन्होंने कहा कि PK को जेडीयू की तरफ से कोई ऑफर नहीं मिला था. पहली बार जब उन्होंने इच्छा जाहिर की थी तो नीतीश कुमार ने कहा था कि राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलिए. हमने दिल्ली में डेढ घंटे बात की थी. मैंने उनको कहा दल के अनुशासन में रहकर काम करना होगा. राय किसी की अलग-अलग हो सकती है. लेकिन, दल का निर्णय सर्वोपरि होगा. यह दो शर्त यदि आप मानेंगे तो पार्टी के अंदर आप काम कर सकते हैं.ललन सिंह ने कहा- फिर उन्होंने मुख्यमंत्री से मिलने की इच्छा जाहिर की. मुख्यमंत्री ने 4 बजे का समय दिया था. लेकिन दिल्ली से पटना आने से पहले सभी मीडिया वालों को सूचना दे दी थी कि हम पटना आ रहे हैं. मुख्यमंत्री ने मुझे बुलाया है लेकिन मैं नहीं जाऊंगा. यह सब मार्केटिंग का ही पार्ट है.
JDU राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि अभी भी जो PK मुख्यमंत्री से मिलने आए थे, उनसे पहले पवन वर्मा मिलने आए थे. मुख्यमंत्री से उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर भी आपसे मिलना चाहते हैं तो मुख्यमंत्री ने कहा कि बुला लीजिए। मुख्यमंत्री से कोई मिलना चाहेगा तो क्यों मना करेंगे. CM से मिलकर बाहर निकल कर बोल रहे हैं कि उनको ऑफर मिला था. उनको ऑफर कहां मिला था. JDU की तरफ से कोई ऑफर नहीं दिया गया था. वह भारतीय जनता पार्टी के लिए काम कर रहे हैं. हम लोगों की पार्टी में भी एक एजेंट के तौर पर काम कर रहे थे. वह मजिस्ट्रेट चेकिंग में पकड़ा गया. अब भाजपा नए लोगों को ढूंढ रही है.
Comments are closed.