2 बच्चे के बाप हैं तो आप बेकार हैं, 5 बच्चे पैदा कीजिये 2 लाख का ईनाम लीजिये
तीसरा बच्चा पैदा किया तो 50 हजार के हकदार, चौथे पर एक लाख और पांचवें बच्चे पर दो लाख
सिटी पोस्ट लाईव : एक तरफ केंद्र सरकार बढ़ती जनसख्या से चिंतित हैं वहीं देश में एक ऐसी जगह भी ई जहाँ ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए ईनाम का एलान किया गया है. पहला दूसरा बच्चा पैदा किया तो आप बेकार हैं.अगर तीसरा बच्चा पैदा किया तो 50 हजार के हकदार, चौथे पर एक लाख और पांचवें बच्चे पर दो लाख रुपये का मिलेगा ईनाम . मध्य प्रदेश के माहेश्वरी समाज ने यह एलान किया है.दरअसल, इस समाज की जनसँख्या बहुत तेजी से घट रही है .अपने समाज को बचाए रखने के लिए अखिल भारतीय माहेश्वरी महासभा ने जनसंख्या बढ़ाने पर पुरस्कार देने की घोषणा की है.
महासभा ने देशभर के सामाजिक संगठनों को अपने स्तर पर जनसँख्या बढाने के लिए प्रयास करने के निर्देश दिए हैं.देशभर में अब 12 से 18 साल की लड़कियों की काउंसलिंग करने का निर्णय भी संस्था ने लिया है. इसमें लड़कियों को सिंगल चाइल्ड के पैरेंट बनने के नुकसान भी बताए जाएंगे. बताया जाएगा कि सिंगल चाइल्ड के पैरेंट होने पर अगर किसी दुर्घटना में बच्चे की मौत हो जाती है तो तीन बच्चों के पिता होने की बजाय बिना संतान जीवन बिताना अधिक तकलीफदायक हो जाएगा. समझाया जाएगा कि माहेश्वरी समाज जैसे संपन्न समाज में दो या तीन बच्चों की देखरेख करना उतनी बड़ी चुनौती नहीं है, जितनी बिना बच्चों के जीवन यापना करना. साथ ही युवतियों को समाज में ही विवाह करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. इस कड़ी में माहेश्वरी समाज मध्य राजस्थान प्रांत ने अनूठी घोषणा की है.
इंदौर जिला माहेश्वरी समाज के कार्यसमिति सदस्य रामस्वरूप मूंदड़ा के मुताबिक, तीन साल पहले देशभर में की गई जनगणना में समाज की जनसंख्या 16 लाख आई थी. अभी किए जा रहे सर्वे का काम 60 फीसद से अधिक हो चुका है, जिसमें ढाई लाख तक जनसंख्या कम होने की आशंका है. सर्वे की तारीख बढ़ाकर 30 जून की गई है। चार फीसद सालाना की कमी की बात सामने आ रही है.अखिल भारतीय माहेश्वरी महासभा के सभापति श्याम सोनी ने बताया कि किसी भी समाज की जनसंख्या यथावत या बढ़ने के लिए 100 जोड़ों पर 220 बच्चे होना चाहिए, पर माहेश्वरी समाज में 100 जोड़ों पर 155 बच्चों का प्रतिशत है. ऐसे में 2050 तक माहेश्वरी समाज विलुप्ति की कगार पर पहुंच सकता है.
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