City Post Live
NEWS 24x7

पटना से लेकर जहानाबाद और भोजपुर-सहरसा में मर्डर, बेलगाम हुए अपराधी.

-sponsored-

- Sponsored -

-sponsored-

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में एकबार फिर से अपराधियों का बोलबाला कायम हो गया है.पिछले 24 घंटे के अंदर जिस तरह से बैंक लूट, और शूट आउट से लेकर हत्या की वारदातें हुई हैं, वो ये बताने के लिए काफी हैं कि अपराधी बेख़ौफ़ हो चुके हैं.बुधवार को सीवान में अपराधियों ने बैंक को निशाना बनाते हुए 26 लाख रुपए लूट लिए .बुधवार को बिहार के कई जिलों में बदमाशों ने लोगों का खून बहाया और गुरुवार को भी कई जगह मौत का तांडव मचाया गया.भोजपुर में जहां मंगलवार को अपराधियों ने कुछ ही घंटों के भीतर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर दो लोगों की हत्या कर दी और एक बच्चे को जख्मी कर दिया वहीं एक महिला की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई. चरपोखरी के कोयल गांव में मंगलवार देर रात घटी.

दूसरी घटना दानापुर की है जहां हथियारों से लैस 5 अपराधियों ने फुलवारीशरीफ में 25 से 30 लाख के सोने की लूट की है. बदमाशों ने दुकानदार को गोली मारकर घायल कर दिया जबकि तीसरी घटना दरभंगा की है जहां एक मोबाइल शोरूम पर अपराधियों ने हमला किया और जमकर पत्थरबाजी की.पटना में खाजेकला थाना क्षेत्र में अज्ञात अपराधियों ने एक युवक को गोली मार दी. युवक को गंभीर हालत में ANMCH में भर्ती कराया गया जहां से डॉक्टरों ने उसे PMCH रेफर कर दिया. PMCH में युवक की हालत गंभीर बनी हुई है. युवक को तीन गोलियां लगी है. युवक सब्जीबाग स्थित एक कपड़े की दुकान में काम करता है.

सहरसा में भी अपराधियों ने स्कूल संचालक की गोली मारकर हत्या कर दी. घटना सदर थाना क्षेत्र के रणखेत के समीप की है. इस घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है. घटना बुधवार देर रात की बताई जा रही है. मृतक की पहचान दिनेश यादव के तौर पर हुई थी जो सुपौल जिले छातापुर के निवासी हैं. खबर के मुताबिक मृतक मत्स्यगंधा झील के समीप स्कूल चलाते थे. घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.
26 लाख की बैंक डकैती और एक के बाद एक शूट आउट हो होनेवाली वारदातें राज्य की कानून व्यवस्था का हाल बताने के लिए काफी है.बिहार में अचानक से बढ़े अपराध पर आम और खास सभी चिंतित हैं. दरअसल, बिहार में अपराधियों के साथ पुलिस की मिलीभगत से पुलिसिंग प्रभावित हुई है. थानों की कमांड ऐसे हाथों में रही है जो ब्लैक मनी के लिए कानून तोड़ने से नहीं हिचकिचाते. बालू और शराब की तस्करी से लेकर गंभीर अपराधों में कुछ पुलिस की संलिप्तता से ही पुलिसिंग में अपराध की एंट्री हुई है.

- Sponsored -

-sponsored-

- Sponsored -

Comments are closed.