मां कूष्मांडा की पूजा करने से अशांति और नकारात्मक विचार दूर होते हैं।
MAA KUSMANDA KA PUJA KARNE SE ......
CITY POST – मंगलवार, 5 अप्रैल को चैत्र नवरात्रि का चौथा दिन है। इस दिन देवी के कूष्मांडा स्वरूप की पूजा की जाती है। देवी के नाम कूष्मांडा का पूरा अर्थ है ऊर्जा का छोटा ब्रह्मांडीय गोला यानी सृष्टि। ऐसी मान्यता है कि सृष्टि की उत्पत्ति से पहले अंधकार था। उस समय मां दुर्गा ने कूष्मांडा स्वरूप में संपूर्ण ब्रह्मांड की रचना की थी।
मां कूष्मांडा का सिंह पर सवार हैं। इनके आठ हाथ हैं। हाथों में कमंडल, धनुष, बाण, कमल का फूल, अमृत कलश, चक्र और गदा है।
मां कूष्मांडा की पूजा करने से क्या मिलता है।
मां कूष्मांडा ने संपूर्ण सृष्टि को ऊर्जा प्रदान की है। देवी की पूजा करने से भक्त को ऊर्जा, लंबी उम्र, सेहत मिलती है। देवी के मंत्रों का जप करने और ध्यान करने से अशांति और नकारात्मक विचार दूर होते हैं।
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