CITY POST – उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कोरोना वायरस को लेकर लखनऊ में टीम-9 के अधिकारियों के साथ बैठक की। मीटिंग में योगी के अलावा उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना , मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा,अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी समेत अन्य अधिकारी शामिल हुए।उच्च अधिकारियों के साथ बैठक में निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल का हर हाल में अनुपालन जरूरी है।
कोरोना के बीच देश के कई राज्यों में अस्पतालों में आग लगने की दुःखद घटना घटी। यह हमारी चाक-चौबंद व्यवस्थाओं का ही परिणाम था कि प्रदेश में ऐसी दुर्घटना नहीं हुई। एक बार फिर से प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों/अस्पतालों में फायर सेफ्टी की व्यवस्था की भौतिक समीक्षा की जाए। जहां कमी/गड़बड़ी हो, वहां तत्काल व्यवस्था ठीक की जाए। यह काम अभियान के रूप में तत्काल किया जाना चाहिए।
योगी सरकार नए नवरत्नों के साथ कोरोना के खिलाफ जंग लड़ने में जुट गई.
बीते साल कोरोना के गंभीर हालात के बीच योगी आदित्यनाथ सरकार ने अधिकारियों और मंत्रियों को लेकर टीम-11 बनाई थी। कोरोना महामारी के दौरान राहत और बचाव कार्यों की प्लानिंग करने के लिए इस टीम ने काफी मेहनत की थी। नई टीम को सीएम योगी का स्पष्ट निर्देश था कि आम लोगों को कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिए। टीम के जिम्मेदार अफसर संवेदनशीलता और तत्परता के साथ लोगों तक मदद पहुंचाएं। बाद में योगी सरकार ने टीम-11 को टीम-9 कर दिया था। अब नई सरकार के गठन के बाद से योगी सरकार नए नवरत्नों के साथ कोरोना के खिलाफ जंग लड़ने में जुट गई.
टीम-9 में चिकित्सा शिक्षा मंत्री व स्वास्थ्य मंत्री होते हैं। इस बार यह दोनों विभागों की जिम्मेदारी डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के पास है। इसके साथ ही यूपी के मुख्य सचिव ,अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य एवं प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा भी शामिल होते हैं। अपर मुख्य सचिव गृह, पुलिस विभाग के मुखिया ,अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज,कृषि उत्पादन आयुक्त के साथ ही अपर मुख्य सचिव, राजस्व भी सीएम के टीम-9 का हिस्सा होते है।