City Post Live
NEWS 24x7

बिहार कांग्रेस की भविष्यवाणी- UP विधानसभा चुनाव बाद गिर जाएगी नीतीश सरकार.

-sponsored-

- Sponsored -

-sponsored-

सिटी पोस्ट लाइव :उत्तर-प्रदेश के विधान सभा चुनाव के पहले BJP-JDU के बीच जारी तकरार को लेकर महागठबंधन के नेताओं की उम्मीदें बढ़ गई हैं.RJD के बाद अब बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधान परिषद सदस्य प्रेमचंद्र मिश्र ने नीतीश सरकार के यूपी चुनाव के बाद गिर जाने का दावा किया है.बीजेपी के कुछ नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हाल-फिलहाल में किए गए हमलों का हवाला देते हुए प्रेमचंद मिश्र ने आरोप लगाया कि बीजेपी ‘संख्या बल के लिहाज से ज्यादा मजबूत स्थिति में होने के बावजूद राज्य में अपना मुख्यमंत्री न होने के कारण अपमानित महसूस करती है’.

प्रेमचंद मिश्र ने सासाराम से बीजेपी के सांसद की विवादित टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा कि छेदी पासवान का ये बयान कि मुख्यमंत्री में सत्ता की इतनी भूख है कि वो दाऊद इब्राहिम से भी हाथ मिलने से नहीं चूकेंगे, ये साबित करता है कि दोनों दलों के बीच कितनी कटुता बढ़ गई है. वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से ऐन पहले बीजेपी में शामिल होने वाले पासवान ने यह भी कहा था कि विधानसभा चुनाव में जेडीयू के निराशाजनक प्रदर्शन के बावजूद मुख्यमंत्री के रूप में वापसी करने में नीतीश कुमार की मदद करके उनकी पार्टी ने ‘भूल’ की है. छेदी पासवान पहले जेडीयू के हिस्सा थे. वो नीतीश कुमार की कैबिनेट में मंत्री भी थे. हालांकि, लोकसभा चुनाव में टिकट के लिए उनके नाम पर विचार न किए जाने के विरोध में उन्होंने इस्तीफा दे दिया था.

प्रेमचंद्र मिश्रा ने एक फेसबुक पोस्ट में संजय जायसवाल द्वारा लगाए गए आरोपों का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि राज्य में शाहनवाज हुसैन जैसे पार्टी के मंत्री ‘संपूर्ण कैबिनेट से सहयोग’ के अभाव में अपनी क्षमता के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं. उनका इशारा मुख्यमंत्री और जेडीयू की ओर माना जा रहा था. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के खिलाफ विरोध की लहर विपक्ष द्वारा नहीं, बल्कि सत्ता में बैठे उनके सहयोगियों द्वारा है. यह अवसरवाद और सत्ता को लेकर दोनों दलों की लालसा का सूचक है.प्रेमचंद मिश्र ने कहा कि अब इसमें तनिक भी संदेह नहीं कि BJP-JDU के बीच के रिश्ते सहज नहीं हैं. सत्तारूढ़ गठबंधन में कुछ भी ठीक नहीं है. बिहार में निश्चित रूप से राजनीतिक अस्थिरता नजर आ रही है. यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएगी. मध्यावधि चुनाव भी हो सकते हैं. यूपी विधानसभा चुनाव के बाद तस्वीर और साफ हो जाएगी.

- Sponsored -

-sponsored-

Subscribe to our newsletter
Sign up here to get the latest news, updates and special offers delivered directly to your inbox.
You can unsubscribe at any time

- Sponsored -

Comments are closed.