ओमिक्रॉन की दहशत के बीच श्मशान घाटों का रेट, डोम, नाई-पंडित की फीस तय की

City Post Live - Desk

सिटी पोस्ट लाइव : ओमिक्रॉन की दहशत पूरी दुनिया में फैलने लगी है. लोग इसे तीसरी लहर के रूप में देख रही है. ये मन में भय सताने लगा है कि कहीं दूसरी लहर की तरह फिर तो कहर नहीं बरपेगा. हालांकि राज्य और केंद्र सरकार इसे लेकर तैयारियों में लगी हुई है. यही नहीं स्वास्थ्य विभाग भी इसबार पूरी तरह मुस्तैद है. चाहे कुछ भी हो जाए दूसरी लहर की तरह लोगों को मरने नहीं दिया जायेगा. श्मशानों पर लम्बी-लम्बी कतारें देखने को नहीं मिलेगी. यही वजह है कि पटना नगर निगम ने शहर के गुलबी घाट, बांस घाट और खाजेकलां घाट पर दाह संस्कार के लिए नई रेट लिस्ट जारी की है. नगर निगम का दावा है कि अब घाटों पर शव का सौदा नहीं होगा.

नगर निगम ने भामाशाह फाउंडेशन के साथ मिलकर अंतिम संस्कार को लेकर बड़ी तैयारी की है। कम शुल्क में बिजली से अंतिम संस्कार कराया जाएगा। कोरोना की दूसरी लहर में श्मशानों में वेटिंग के साथ जमकर वसूली के मामले आए। शव जलाने के लिए जगह नहीं मिलती थी और मिली भी तो सौदा किया जाता था। लोगों से डोम मनमाना रकम वसूलते थे. लेकिन अब नई रेट लिस्ट आ गई है. लोगों को इसी रेट से पैसे देने हैं.

  • आम की लड़की (7) मन – 2300 रुपए
  • आम की लकड़ी (9) मन – 2600 रुपए
  • आम की लकड़ी (11) मन – 2900 रुपए
  • झलौंसी एक बोझा – 100 रुपए
  • शव को जलाने और लकड़ी को मोड़ने की मजदूरी- 300 रुपए
  • नाई हजामत और दाढ़ी बनवाने का शुल्क- 100 रुपए
  • पंडित जी विधि सम्मत पाठ शुल्क- 100 रुपए
  • डोम राजा के लिए भी निर्धारित हो गया है शुल्क

सरकारी मशीन पर शव जलाने के लिए – 300 रुपए

  • लकड़ी का फ्रेम मशीन पर रखने के लिए- 200 रुपए
  • शव को मशीन पर ले जाने वाले मजदूर की मजदूरी – 100 रुपए
  • नाई हजामत दाढ़ी बनवाने का शुल्क- 100 रुपए
  • डोम राजा के लिए भी निर्धारित हो गया है शुल्क
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