City Post Live
NEWS 24x7

खुद को बांका सांसद बता महिला ने रात भर VIP रूम में बिताई रात, जानिए फिर क्या हुआ

स्टेशन मास्टर की बड़ी लापरवाही आई सामने

-sponsored-

-sponsored-

- Sponsored -

सिटी पोस्ट लाइव : भागलपुर रेलवे स्टेशन परिसर में उस वक्त हलचल मच गई जब एक महिला खुद को बांका का सांसद बताते हुए स्टेशन मास्टर के चेंबर में घुस गईं. इसके बाद वह पूरे रौब में वहां मौजूद कर्मियों से सवाल-जवाब करने लगीं. इसके बाद  महिला स्टेशन मास्टर के कमरे में जाकर बैठ गयीं और कहने लगी वो बांका की सांसद है.

कटोरिया के घरमोरा की रहने वाली आयशा खातून मंगलवार रात भागलपुर रेलवे स्टेशन के VIP रूम में ठहरने के लिए पहुंची. उस पर बिना शक किए अधिकारियों ने VIP वेटिंग रूम में ठहरने की इजाजत दे दी.  24 घंटे तक वहां गुजारने के बाद वह फिर बुधवार को ठहरने पहुंच गई. महिला ने गले में आइडी कार्ड लटका रखा था और पास में एक रबर मुहर भी दिखा रही थीं. इस मुहर में नाम के साथ मेम्बर ऑफ पार्लियामेंट लिखा था.

महिला ने यहां तक कह दिया कि उसे जेपी नड्डा और अमित शाह ने उसे सांसद बनाया है. उसने बॉडी गार्ड के लिए भागलपुर डीएम को भी पत्र लिखा है. खुद को बांका की सांसद बताते हुए बाकायदा वह अपना आइकार्ड भी दिखा रही थीं. वह महिला संदेह के घेरे में थी, क्योंकि बांका के सांसद गिरधारी यादव हैं. बावजूद इसके रेलकर्मियों ने न सिर्फ उनकी बात पर विश्वास कर लिया बल्कि वीआइपी रूम भी खोल दिया.

बताया जा रहा है कि रेलकर्मियों ने झमेले के डर से वीआइपी रूम खोल दिया, क्योंकि वह महिला वीआइपी रूम नहीं देने पर सीधे प्रधानमंत्री को फोन लगाने की धमकी दे रही थीं. हालांकि बाद में स्टेशन मास्टर ने इसकी सूचना आरपीएफ इंस्पेक्टर और एसीएम को भी दी, लेकिन पूरी रात उसकी तहकीकात करने कोई नहीं आया. महिला को वीआइपी रूम में रहने दिया गया. जाहिर है यह रेलकर्मियों की कम जानकारी, लापरवाही और सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल है.

बहरहाल, दूसरे दिन यानी बुधवार को महिला को वीआइपी रूम नहीं दिया गया. इस मामले में आरपीएफ इंस्पेक्टर रणधीर कुमार ने बताया कि ऐसी सूचना उन्हें मिली थी, लेकिन बाद में सबकुछ शांत हो गया था, इसलिए उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की. उनका कहना था कि यह स्टेशन मास्टर की गलती है कि वीआइपी रूम परिचय से बिना संतुष्ट हुए खोल दिया गया.

- Sponsored -

-sponsored-

- Sponsored -

Comments are closed.