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लगभग दो महीने बाद SSB का लापता जवान हुआ बरामद, हाथ और पैर के साथ मुंह पर चिपका था टेप

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सिटी पोस्ट लाइव : जयनगर अनुमंडल के देवधा थाना इलाके में लगभग दो महीने बाद SSB का लापता जवान हुआ बरामद, हाथ और पैर के साथ मुंह पर चिपका था टेप का एक जवान सुनसान जगह पर बेहोशी की हालत में मिला. हालत देख कर अंदाजा लगाया जा सकता था कि आखिर जवान के साथ हुआ क्या है. हाथ और पैर को रस्सी से बांधा गया था, मुंह पर टेप चिपकाई गई थी, ताकि वो चीख न सके. इतना ही नहीं शरीर पर पिटाई के निशान भी थे. लोगों ने जब इसे देखा तो पुलिस को सूचना दी गई. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से एसएसबी जवान को जयनगर अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया.

बताया जा रहा है कि देवधा थाना के अकौन्हा गांव स्थित कमला नदी के पश्चिमी तटबंध के किनारे ये जवान बेहोशी की हालत में मिला था. पीड़ित जवान की पहचान बेगूसराय जिले के नावकोठी थाना क्षेत्र निवासी ज्ञान रंजन के रूप में हुई है. जवान के पिता का नाम तेज नारायण पाठक बताया जा रहा है. जवान का कहना है कि उसे नहीं पता कि वो जयनगर कैसे पहुंचा. परिजनों का कहना है कि उनका लड़का सीतामढ़ी में एसएसबी की 51 वीं बटालियन में हेड कांस्टेबल के रूप में पदस्थ था, लेकिन बीते 14 सितंबर की सुबह एसएसबी कैंप से उन्हें सूचना दी गई थी कि उनका बेटा कैंप से फरार हो गया है.

55 दिनों तक थानों के चक्कर काटने के बाद भी जब ज्ञान रंजन नहीं मिला तो लोगों ने उम्मीद छोड़ दी थी. लेकिन अब जब मिल गया है तो परिजनों ने एसएसबी के अधिकारियों पर ही बड़ा आरोप लगा दिया है. परिजनों का कहना है कि एसएसबी के अधिकारियों ने उनके बेटे पर फरार होने का झूठा आरोप लगाते हुए सीतामढ़ी के मेहसौल ओपी में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. परिजनों का आरोप है कि एसएसबी के कैंप में ड्यूटी के दौरान अधिकारियों द्वारा उनके बेटे को मानसिक और शारीरिक रूप से काफी प्रताड़ित किया जा रहा था. जिसके खिलाफ उनके परिवार द्वारा पटना हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी. इसी वजह से उनके बेटे को एसएसबी के अधिकारियों के इशारे पर साजिशन कहीं बंधक बनाकर गायब कर दिया गया था. 

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