सिटी पोस्ट लाइव :बिहार में एक नया राजनीतिक समीकरण बनने के आसार दिख रहे हैं.चिराग तेजस्वी यादव के साथ मिलकर नीतीश को घेरने में जुटे हैं. वह तेजस्वी के साथ सभी मुद्दों पर जिस तरह से सहमति दिखा रहे हैं,बिहार में एक नए राजनीतिक समीकरण बनने के प्रबल संकेत मिल रहे हैं. बेरोजगारी के मुद्दे पर तेजस्वी की तरह चिराग ने भी नीतीश सरकार पर निशाना साधा है.चिराग ने कहा कि सरकार में बैठे लोग ही बेरोजगारी पर विपक्ष से सवाल कर रह हैं, जबकि उन्हें जवाब देना चाहिए. जो लोग 19 लाख रोजगार का वादा कर सरकार में आए हैं, वह अभी तक क्या कर रहे हैं? क्या बिहार से पलायन रुक गया है? क्या बेरोजगार लोगों को बिहार में रोजगार मिल रहा है?
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि अलग-थलग पड़े चिराग के पास एक ही विकल्प है कि वो विपक्ष की राजनीति करें, क्योंकि उनके चाचा को LJP की तरफ से केंद्र में मंत्री बनाया दिया गया है. बिहार में विपक्ष के तौर पर RJD है. भले सत्ता में RJD नहीं है, लेकिन यादवों का 16 % वोट RJD की झोली में जाता ही है. मुसलमान RJD और कांग्रेस को छोड़कर दूसरे को बहुत कम वोट देते हैं. बिहार में मुसलमान 17% हैं. यदि, चिराग पासवान का 6% वोट इसमें मिल जाता है तो अगले चुनाव में महागठबंधन सरकार बनाने की स्थिति में होगी. सभी पार्टियों का वोट प्रतिशत मिला लिया जाए तो 16+17+6= 39 फीसदी वोट हो जाते हैं. वहीं, लेफ्ट और कांग्रेस के अलग कैडर हैं, जो हर हाल में कांग्रेस और लेफ्ट को ही वोट देते हैं. ऐसे में चिराग ने यदि पलटी मारी तो NDA का पूरा समीकरण ध्वस्त हो जाएगा.
चिराग पासवान जिस तरह से तेजस्वी यादव के साथ हाँ में हाँ मिला रहे हैं, JDU के नेता भी चुप नहीं बैठे हैं.JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए कहा है कि 9वीं पास लोग बिहार में रोजगार की बात कर रहे हैं. जबकि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पिछले 15 सालों में लोगों को कितना रोजगार दिया गया है. इसका आंकड़ा एक बार निकालकर देख लें. उन्होंने महिला सशक्तिकरण के तहत बिहार में महिला पुलिस की बहाली के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया.उन्होंने कहा कि सरकार ने 3 लाख 49 हजार नौजवानों की भी बहाली की है. बिहार में कानून का राज स्थापित करने के लिए नीतीश सरकार की सराहना करते हुए कहा कि आने वाले समय में नीतीश कुमार का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा.
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