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पितृपक्ष में गया जंक्शन पर पिंडदानियों को मिलेगी विशेष सुविधा

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सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना के संक्रमण को देखते हुए इस साल भी गया में पितृपक्ष मेला का आयोजन नहीं होगा.लेकिन जो लोग पिंडदान करना चाहते हैं, वो शारीरिक दुरी के नियम का पालन करते हुए पिंडदान कर सकते हैं. पिछले साल कोरोना का ज्यादा प्रकोप होने की वजह से पिंडदान नहीं हो सकता था लेकिन इस साल कोरोना के नियंत्रण में होने की वजह से लाखों लोगों के गया पहुँचने की संभावना है. सरकार अपने स्तर पर तो तैयारी कर ही रही है साथ ही रेलवे भी तैयारी में जुट गया है.

यात्री सुविधा को लेकर शनिवार को रेल एसपी विकास वर्मन की अध्यक्षता में रेलवे ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों और सुरवाइजरों के साथ विशेष बैठक किया.इस बैठक में रेल एसपी ने मुख्य रूप से पितृपक्ष को लेकर गया जंक्शन पर आने वाले पिंडदानियों व रेल यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था व मिलने वाली सुविधाओं पर चर्चा किया. रेल एसपी ने कहा कि गया में 15 दिनों तक चलने वाले पितृपक्ष को लेकर रेल प्रशासन भी सक्रिय है. रेल यात्रियों और पिंडदानियों को कोई असुविधा न हो और वे सुरक्षित यात्रा कर सकें, इसके लिए कई अहम निर्णय लिए गए. जिसमें ट्रेनों का प्लेटफार्म की चेजिंग नहीं होना, ट्रेनों की आने-जाने की सूचना लगातार और कंट्रोल की जानकारी भी देते रहना है.

पितृपक्ष को दौरान गया जंक्शन पर कंट्रोल रूम बनाकर रेल यात्रियों व पिंडदानियों की सुरक्षा की व्यवस्था की जायेगी. रेल पुलिस के 125 अतिरिक्त अधिकारी व जवानों की तैनाती भी होगी. ट्रेनों व जंक्शन पर रेल पुलिस सादे-लिबास में रेल यात्रियों की सुरक्षा को लेकर एस्कॉर्ट रेल पुलिस की टीम करेंगे. पितृपक्ष को लेकर गया जंक्शन पर रेल यात्रियों की सुरक्षा के ध्यान में रखकर आरपीएफ का भी अतिरिक्त 27 अधिकारी और 90 जवानों की मांग किया गया है. साथ ही पिंडदानियों और रेल यात्रियों की होने वाले भीड़-भाड़ को देखते हुए गया जंक्शन पर लगे 46 सीसीटीवी कैमरे पर विशेष नजर जीआरपी व आरपीएफ के अधिकारियों व जवानों के द्वारा रखी जाएगी. रेल पुलिस का अतिरिक्त अधिकारी व जवान तीन शिफ्ट में काम करेंगे.

जंक्शन पर रेल प्रशासन की ओर से पेयजल की व्यवस्था, साफ-सफाई, पानी का टैंकर, एंबुलेंस आदि की भी व्यवस्था होगी. पितृपक्ष को देखते हुए नशाखुरानी पर भी नकेल कसने की तैयारी की जा रही है. रेल यात्री नशाखुरनी के शिकार न हो इसके लिए रेल पुलिस ट्रेनों को एस्कॉर्ट कर लाएगी. ट्रेनों में विशेष रूप से सघन जांच अभियान भी पितृपक्ष दौरान चलाया जाएगा, ताकि कोई भी गलत समान लेकर यात्रा न कर सके.

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