सिटी पोस्ट लाईव ; बिहार के खस्ता हाल सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को बहुत जल्द मॉडल स्कूल में पढ़ने का मौका मिलनेवाला है. इसी साल जुलाई से 200 मॉडल स्कूलों में पढ़ाई शुरू हो जायेगी.200 मॉडल स्कूलों को अंतिम रूप देने में जुटा शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को जहां मॉडल स्कूल संचालन के लिए तैयार हैं, वहां विभिन्न विषयों के शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दे दिया है.अच्छे गुणवत्तापूर्ण शिक्षक यहां छात्रों को पढ़ाएंगे. जहां ये मॉडल स्कूल बने हैं, उसके पास के उच्च माध्यमिक स्कूलों के 9 वीं से 12 वीं तक की कक्षा के छात्र शिफ़ किये जायेगें.
नए मॉडल स्कूल के भवन दो तल्ला बने हैं.यहां भौतिकी, रसायन और जीव विज्ञान के लिए अलग-अलग अत्याधुनिक प्रयोगशाला बनाए गए हैं. कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों को कंप्यूटर के माध्यम से पढ़ाने की भी व्यवस्था है.राज्य में 216 मॉडल स्कूल भवन बन कर तैयार है.इनमे से 176 स्कूल सभी सुविधाओं से लैस कर शिक्षा विभाग को सौप दिए गए हैं. मॉडल स्कूल में 9 वीं से 12 वीं तक की पढ़ाई होनी है. 9 वीं से 12 वीं तक की बेहतर पढ़ाई के मॉडल के तौर पर इन स्कूलों का निर्माण शुरू कराया गया था.गौरतलब है कि पिछले तीन वर्षों से केंद्रीय योजना के तहत मॉडल स्कूल का निर्माण कार्य चल रहा है.
राज्य के सभी प्रखंडों में चरणबद्ध तरीके से मॉडल स्कूल का निर्माण होना था, लेकिन 353 स्वीकृत मॉडल स्कूल में से अब तक 216 स्कूलों का निर्माण हो पाया है.3.36 करोड़ की राशि से बनाए जानेवाले 81 मॉडल स्कूल भवन का निमार्ण विभिन्न स्तर पर बाधित है. 56 भवनों को निर्माण अभीतक प्रारंभ ही नहीं हो सका है.