सिटी पोस्ट लाइव: गया जिले के डोभी प्रखंड के कोठवारा वरीया गांव के पास निरंजना नदी पर बन रहा पुल मामूली बाढ़ में ही नदी में भरभरा कर समाहित हो गया. यह वही पुल है, जो पिछले 6 सालों से बनाया जा रहा है. आज तक इसका निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है. निर्माण कार्य के नाम पर अब तक नदी में 16 पिलर ही खड़े किए जा सके हैं. पुल के स्ट्रक्चर के नदी में भरभरा कर गिरने की खबर चारों ओर फैल गई है. जिस वक्त ये पुल ढह रहा था, किसी ने इसका वीडियो अपने मोबाइल से बना लिया. अब यह वीडियो पूरे इलाके में शेयर किया जा रहा है.
बता दें कि, इस पुल का शिलान्यास 2015 में क्षेत्र के पूर्व विधायक विनोद यादव के हाथों किया गया था. पुल निर्माण की लागत 13 करोड़ रुपए है. इसे नाबार्ड योजना के तहत बनवाया जा रहा है. निर्माण कार्य की जिम्मेदारी तिरुपति बाला जी कंस्ट्रक्शन कंपनी को दी गई है. पुल के निर्माण कार्य में प्रयोग में लाई जा रही सामग्रियों को लेकर यह पुल शुरुआत के दिनों से ही विवादों में घिरा रहा है. क्षेत्रीय ग्रामीणों ने घटिया निर्माण सामग्री का हवाला देते हुए जमकर विरोध भी जताया था. लोगों ने प्रदर्शन भी किया था.
साथ ही घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किए जाने की शिकायत क्षेत्र के पूर्व विधायक से भी की गई थी. इसकी वजह से कई बार निर्माण को रोकने पड़े थे. इधर, नदी का जलस्तर मामूली सा बढ़ा तो पुल का स्ट्रक्चर भरभरा कर गिर गया. पुल को गिरते हुए स्थानीय लोगों ने देखा तो कुछ युवक ने इसका वीडियो बना लिया. इस दौरान वहां खेल रहे बच्चे पुल के स्ट्रक्चर को गिरता देख मस्ती करते नजर आए.
ग्रामीणों का कहना है कि, नदी में हर साल बाढ़ आती है. बाढ़ मामूली ही होती है. इससे क्षेत्र को नुकसान भी नहीं होता है. बावजूद इसके पुल का स्ट्रक्चर का गिरना अचरज की बात लग रही है. ग्रामीणों ने यह भी बताया कि पुल निर्माण कंपनी के कर्मचारी और मजदूर बरसात के शुरू होने के समय से ही यहां से चले गए हैं. यहां पर बस अब गार्ड रहते हैं. इसके अलावा कंपनी को कोई नहीं रहता है. कोठवारा के ग्रामीणों ने बताया कि पुल के गिरने की सूचना प्रखंड कार्यालय को दी गई है. फिलहाल, मौके का मुआयना करने कोई नहीं पहुंचा है.
गया से जितेन्द्र कुमार की रिपोर्ट
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