सिटी पोस्ट लाइव: गोपालपुर से जदयू विधायक गोपाल मंडल अक्सर अपने बिगड़े बोल के लिए जाने जाते हैं. बिहार की राजनीति से जुड़ा कोई मुद्दा हो या अन्य कोई मुद्दा हो वे अक्सर अपने बयानों के लिए जाने जाते हैं. इसी क्रम में एक बार फिर से गोपाल मंडल की दबंगई सामने आई है. दरअसल, उन्होंने अपने ही सरकार द्वारा जारी किये गए गाइडलाइन्स का उल्लंघन किया है. उन्होंने सरकार के गाइडलाइन्स को ना मानते हुए भागलपुर के जहाज घाट से गंगा स्नान कर कांवर में जल भरकर पैदल भोलेनाथ का जयकारा लगाते हुए जल चढ़ाने बुढ़ानाथ मंदिर पहुंच गए.
वहीं, इस दौरान उनकी दबंगई देखने को मिली. जब वह मंदिर पहुंचे तब सरकार द्वारा दिए गए गाइडलाइन्स के तहत मंदिर का दरवाजा बंद था. जिसके बाद विधायक गोपाल मंडल ने अपनी दबंगई दिखानी शुरू कर दी. उन्होंने मंदिर का दरवाजा खोलने के लिए कहा. वहीं, जब मंदिर प्रबंधन के लोगों ने मुख्य दरवाजा को नहीं खोला तब गोपाल मंडल ने मंदिर प्रबंधक और वहां मौजूद पुजारियों को गेट नहीं खुलने पर अंजाम भुगतने की धमकी दे डाली.
इतना ही नहीं उन्होंने एक घंटे तक जमकर बवाल भी किया और इस मंदिर के मुख्य गेट को तोड़ने का भी प्रयास किया. जानकरी के मुताबिक, उनका कहना था कि, हम विधायक हैं और मेरे आने के बाद दर्शन और पूजा के लिए फाटक खोल देना चाहिए. साथ ही यह भी कहा कि, वे पूरे देश पर शासन करने को लेकर भोलेनाथ के शरण में आए थे क्योंकि लोग कुर्सी के लिए मरते हैं और हम जनता के लिए. बता दें कि, कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए सरकार ने मंदिरों को बंद रखने का आदेश दिया है. सावन के महीने में भक्तों की काफी ज्यादा भीड़ उमड़ती है. जिसको लेकर सरकार ने गाइडलाइन्स जारी किया था.