City Post Live
NEWS 24x7

सावधान : क्या बिहार में कोरोना की तीसरी लहर की हो गई है शुरुआत, बढ़ने लगे हैं मामले

- Sponsored -

-sponsored-

- Sponsored -

सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने बिहार वासियों को जो नजारा दिखाया, उससे अभी भी रूह कांप उठती है. इस जानलेवा बीमारी ने कई घरों को उजार दिया, हर परिवार ने किसी न किसी अपने को खोया है. अभी लोग इस दर्द से उबरे भी नहीं हैं, कि अब ऐसा लग रहा कि तीसरी लहर भी बिहार में दस्तक देने वाली है. ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि एकबार फिर बिहार में कोरोना के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है.

पिछले 24 घन्टे में आंकड़ों पर गौर करें तो राज्य में 79 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है जिसमें सबसे ज्यादा खगड़िया में 9 मरीज संक्रमित मिले हैं वहीं भोजपुर 4, बेगूसराय 3, किशनगंज 4, नालन्दा 5, मुजफ्फरपुर 4 ,सुपौल 3 साथ ही बाकि और जिलों में 1 और 2 मरीज मिले हैं. राज्य में 24 घन्टे में 105 मरीज कोरोना से ठीक हुए हैं वहीं रिकवरी रेट भी 98.57 प्रतिशत पर है.

राज्य में कुल 133095 मरीजों की जांच की गई है. कोरोना को लेकर जहां लोगों में डर खत्म हो गया है और लोग पूरी तरह से लापरवाह दिख रहे हैं वहीं कई राज्यों में खतरनाक डेल्टा प्लस वैरिएंट लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है. तीसरी लहर से पहले सीएम नीतीश कुमार ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए कल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को राज्य में रोजाना कम से कम दो लाख लोगों का कोरोना जांच करने के लिए कहा है.

गौरतलब है कि कोरोना की तीसरी लहर को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों को आगाह किया है. आम लोगों से मास्क का प्रयोग करने, आपस में दूरी बनाकर रखने और और हाथ को धोते रहने की भी अपील की है. सीएम ने कहा है कि इससे कोरोना का फैलाव कम होगा और हम सुरक्षित रहेंगे. उन्होंने कहा कि बिहार देश में आबादी में तीसरे नंबर पर है, जबकि क्षेत्रफल में 12वें स्थान पर. बड़ी आबादी के बावजूद कोरोना को नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए.

इससे पहले कोरोना वायरस संकट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी. उन्होंने भी देश को आगाह करते हुए कहा था कि हम कोरोना के तीसरे लहर के मुहाने पर हैं. यदि हम संभल गए तो देश बच सकता है. पीएम मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र, केरल में बढ़ते मामले चिंता का विषय हैं, ये सब दूसरी लहर के पहले वाले लक्षण हैं. हमें एक बार फिर टेस्ट, ट्रैक और टीका की रणनीति पर आगे बढ़ना होगा. इन सब में सबसे अहम् है कि हम सोशल डिस्टेंस का पालन करें और मास्क लगाए.

- Sponsored -

-sponsored-

-sponsored-

Comments are closed.