पीपी तटबन्ध की सुरक्षा में बड़ी चूक, बारिश ने खोली सिचाई विभाग की पोल, जानिए पूरा मामला
पहले 8.5 किमी में 145 जगह हो रहा था रिसाव व सैकडों स्थानों पर रेन कट से हुआ होल
सिटी पोस्ट लाइव : बगहा के पिपरा-पिपरासी (पीपी) तटबन्ध की सुरक्षा के साथ लगातार अधिकारियों की लापरवाही सामने आ रही है। इससे धीरे धीरे लोगों में आक्रोश बढ़ने लगा है। कारण की बाढ़ पूर्व तैयारी के बाद भी 145 स्थानों पर रिसाव हो रहा था। वही अब तटबन्ध पर हुए रेन कट की मरम्मत भी कागजों में सिमट कर रह गई है। पीपी तटबन्ध के सैकड़ों स्थानों पर छोटे बड़े रेन कट हुए है। वही 13 किमी दूरी पर तटबन्ध अंदर ही अंदर 10 फिट गहरा होल हो गया है।
वही विभागीय संवेदक स्थानीय विभागीय कर्मियों की मिलीभगत से उन रेन कट व होलों को भाट व अन्य झाड़ी से ढक दिए है साथ ही मरम्मत के नाम पर कुछ बोरों को डाल कर खानापूर्ति कर दी गई है। जो आने वाले समय मे तटबन्ध की सुरक्षा के लिहाज से बड़ा खतरा बन जायेगा। तटबन्ध के साथ लगातार जिम्मेदारों की लगातार लापरवाही लाखों लोगों के जान माल पर मुसीबत ला बैठेगी। इसको ले ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। ग्रामीणों ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सिंचाई विभाग ने करोड़ों खर्च कर दिए है बाढ़ पूर्व तैयारी के नाम पर बावजूद समस्या कम नहीं हो रही है कारण की कार्य की गुणवत्ता निम्न दर्जे का है।
विभाग संवेदकों की मिलीभगत से केवल खानापूर्ति में लगा हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि फ्लड फाइटिंग के लिए विभाग निर्धारित तिथि से पूर्व कोई तैयारी किया ही नहीं और जब जरूरत पड़ी तो जल्दी बाजी में मिट्टी भर कर कार्य किया जाने लगा। इस अनियमितता की जांच अधिकारियों के साथ साथ जनप्रतिनिधियों ने किया और अनियमितता की बात स्वीकारी लेकिन हुआ क्या? किसी भी स्तर से कोई कार्रवाई नही होता देख विभाग के अभियंताओं के साथ संवेदकों के भी हौसले बुलन्द है।
कैम्प से 800 मीटर दूरी पर बड़ा होल
गंडक पार के चारों प्रखंड के साथ जिला को जाने के लिए सबसे सटीक मार्ग पीपी तटबन्ध ही है। इस तटबन्ध पर सिचाई विभाग ने आवश्यकता अनुसार कैम्प भी बनवाये है। मधुबनी अंचल कैम्प से मात्र 800 मीटर की दूरी पर पूरब साइड में इतना बड़ा होल है और इसकी सूचना विभाग को नहीं है। इससे तटबन्ध की निगरानी करने वालों पर भी सवाल उठना स्वाभाविक ही है। इससे यह परिलक्षित होता है कि कार्य करने में अनियमितता के साथ निगरानी में भी अनियमितता बरती जा रही है।
अधिकारियों की गाड़ी रोजाना इसी मार्ग से गुजरती है
बाढ़ पूर्व तैयारी हो या बाढ़ के दौरान तटबन्ध की सुरक्षा के लिए हो रहे कार्यो की जांच पटना, गोपालगंज सहित स्थानीय स्तर के अधिकारियों की गाड़ियां रोजाना इसी मार्ग से गुजराती है लेकिन किसी की नजर इन स्थानों पर नही जाती है। ये लोग गाड़ियों में बैठे बैठे ही अपनी जांच कर लेते है और दो चार स्थानों पर खड़े हो फ़ोटो खिंचा कर विभाग के नजर में भी धूल झोंक देते है।
बगहा से अभिषेक पांडेय की रिपोर्ट
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