शिक्षकों की बहाली में पेंच, किसको मिलेगी नौकरी किसको नहीं, असमंजस कायम
सरकार के घोषणा के अनुसार सभी को भर्ती में शामिल होने का मौका मिला तो मेरिट वाले करेंगे विरोध.
सिटी पोस्ट लाइव : मार्च में एसटीईटी (माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा) के 12 विषयों के रिजल्ट जारी करते समय मेरिट लिस्ट के सभी अभ्यर्थियों को नौकरी देने का वायदा सरकार के गले की हड्डी बनता जा रहा है. 21 जून को जब छूटे हुए तीन विषयों संस्कृत, उर्दू और विज्ञान के रिजल्ट जारी किए गए, तो पहले जारी किए गए 12 विषयों रिजल्ट में मेरिट के साथ ही क्वालिफायड बट नॉट इन मेरिट शब्द जोड़ दिया गया. इस मामले ने तूल पकड़ लिया है. अभ्यर्थी गुटों में बंट गए हैं. मेरिट में जो अभ्यर्थी हैं, उनमें निराशा है. उन्हें डर सता रहा है कि अब क्वालिफायड अभ्यर्थियों के जुड़ने से उनकी नौकरी पक्की नहीं रह गई.
ये . मेरिट लिस्ट के अभ्यर्थी विज्ञापन का हवाला दे रहे हैं. मार्च में परीक्षा समिति ने 12 विषयों के 24599 अभ्यर्थियों का रिजल्ट जारी कर कहा था कि जितने पद हैं, उससे कम रिजल्ट हैं, इसलिए सबकी नौकरी पक्की है. अब समिति यह भी नहीं बता रही है कि क्वालिफायड बट नॉट इन मेरिट लिस्ट में कितने स्टूडेंट हैं. समिति की इस गलती पर अब अभ्यर्थी आक्रोशित हैं. इस गलती से बहाली प्रक्रिया भी बाधित हो सकती है. मामला कोर्ट में फंस सकता है.
बहाली नियोजन इकाई के माध्यम से होनी है तो आखिर परीक्षा समिति ने मेरिट लिस्ट क्यों बना दी? समिति इस सवाल का अधिकारिक जवाब नहीं दे रही है। हालांकि माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने 30 अगस्त 2019 को बीएसईबी के सचिव को पत्र भेज कर कहा था कि एसटीईटी में उपलब्ध कराई गई रिक्तियों के बराबर अभ्यर्थियों को उत्तीर्ण कराया जाए. एसटीईटी 2019 के विज्ञापन में कहा गया था कि कोटिवार कुल पदों के बराबर उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की मेधा सूची तैयार की जाएगी. मार्च में जो रिजल्ट दिया गया था, उसमें कोटिवार रिजल्ट नहीं दिया गया था. अब इसे सुधार कर कोटिवार कर दिया गया है. ऐसे में पहले जो अभ्यर्थी मेरिट लिस्ट में थे, कोटि के आधार में मेरिट से बाहर हो गए.
छठे चरण में 30 हजार शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया पूरी होने के बाद सातवें चरण की बहाली प्रक्रिया शुरू होगी. सातवें चरण में लगभग 40 हजार शिक्षकों की बहाली के लिए आवेदन लिए जाएंगे. उच्च और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में 37400 शिक्षकों की बहाली के लिए 2019 एसटीईटी ऑनलाइन परीक्षा ली गई थी. बेलट्रॉन के माध्यम से एजेंसी चयनित कर परीक्षा ली गई थी. 15 विषयों में मेरिट लिस्ट में कुल 30675 अभ्यर्थी हैं. मेरिट लिस्ट के आधार पर 6772 सीट कम रह गए.
एसटीईटी 2011 में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की पात्रता अब उम्र भर कर दी गई है. ऐसे में 16196 वैसे अभ्यर्थी जो छठे चरण में चयनित होकर शिक्षक नहीं बन सकेंगे, उन्हें सातवें चरण की बहाली में मौका मिल सकता है. एसटीईटी में सामान्य वर्ग के लिए 50 प्रतिशत अंक न्यूनतम उत्तीर्णता के लिए है. एससी, एसटी, ईबीसी, बीसी और दिव्यांग के लिए 45 प्रतिशत न्यूनतम उत्तीर्णता है.मामला गरमाने के बाद बीएसईबी की गलती को सुधारने के लिए शिक्षा विभाग ने शिक्षा सचिव की अध्यक्षता में चार सदस्यीय कमेटी बना दी है. कमेटी की रिपोर्ट मंगलवार तक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को मिल जाएगी. शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी कहा है कि जो मेरिट लिस्ट में नहीं हैं पात्रता के लिए न्यूनतम अंक पाने वाले यानी क्वालिफाई हैं, उन्हें आगामी सातवें चरण की शिक्षक बहाली प्रक्रिया में भाग लेने का मौका मिल सकता है.
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