सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना की तीसरी लहर भारत में अगले एक से डेढ़ महीने में आ सकती है. भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया के अनुसार यदि कोरोना गाइडलाइंस का पालन नहीं किया गया और बाजारों या टूरिस्ट स्पॉट पर लगने वाली भीड़ को नहीं रोका गया तो कोरोना की तीसरी लहर सिर्फ 6 से 8 हफ्तों में पूरे देश पर अटैक कर सकती है. डॉ. गुलेरिया ने कहा कि अभी तक की रिसर्च में ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं कि कोरोना की तीसरी लहर बड़ों से ज्यादा बच्चों को प्रभावित करेगी.
देश में अप्रैल और मई महीने के बीच कोरोना की दूसरी लहर भारत में पीक पर पहुंची थी. इस बीच देशभर में कोरोना से मौतों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की गई थी. अधिकतर राज्यों में इस बीच ऑक्सीजन की शॉर्टेज भी देखी गई थी. इसके बाद पिछले कुछ दिनों से कोरोना के केस घटने शुरू हो गए हैं.महाराष्ट्र में 1-2 महीने के अंदर कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका है. यह लहर कोरोना के बेहद खतरनाक वैरिएंट डेल्टा प्लस (AY.1) की वजह से आएगी. राज्य की कोविड टास्क फोर्स ने बुधवार को इस महामारी की समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी थी. इसके बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मेडिकल टीम और अन्य अफसरों को जरूरी इंतजाम चाक-चौबंद करने का निर्देश दिया था.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने डॉक्टर्स से बड़े स्तर पर सीरो सर्वे कराने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि इससे लोगों में कोविड एंटीबॉडीज का स्तर और टीकाकरण की जानकारी मिल सकेगी. CM ने पिछली लहरों से सीख लेने की बात पर जोर दिया.ठाकरे ने कहा कि पहली लहर में राज्य में पर्याप्त सुविधाएं नहीं थीं, लेकिन बाद में सुविधाएं जुटाने पर हालात बेहतर हुए थे. दूसरी लहर ने हमें बहुत सिखाया। अब हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि दवा, बिस्तर और ऑक्सीजन की कमी न हो.
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