नीतीश सरकार के लिए संकटकारक या संकटमोचक बनेगें जीतन मांझी?
नीतीश कुमार के साथ मुलाक़ात के बाद आज मांझी ने बताया अपना स्टैंड -सरकार के साथ या खिलाफ .
सिटी पोस्ट लाइव :जीतनराम मांझी अक्सर अपनी ही सरकार की खिंचाई करते रहते हैं. कभी कभी तो इतने बगावती तेवर दिखाने लगते हैं ,मानों सरकार को ही संकट में डाल देगें.लेकिन गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से एक घंटे तक की चली मुलाक़ात के बाद आज जीतन राम मांझी ने ये साफ़ कर दिया है कि वो सरकार के साथ बने रहेगें.मांझी ने साफ कर दिया कि कुछ दिनों से HAM को लेकर जो राजनीतिक चर्चा चल रही उसमें कोई दम नहीं है. पूर्व सीएम ने कहा कि राज्य और देश हित में एनडीए को मजबूत रखना है.
गौरतलब है कि बिहार में मांझी को लेकर यह तेज चर्चा थी कि वे लालू यादव के संपर्क में हैं और बहुत जल्द पाला बदल सकते हैं.वो लगातार सरकार के खिलाफ बयान भी दे रहे थे और लालू यादव को जन्म दिन की बधाई भी .लेकिन गुरूवार को मांझी सीएम नीतीश से मुलाकात करने मुख्यमंत्री आवास गये. दोनों नेताओं के बीच करीब 1 घंटे तक बातचीत चली.मांझी ने कल इस बातचीत के बारे में कोई खुलासा नहीं किया.आज सोंच समझकर 12 घंटे बाद अपनी चुप्पी तोडी. पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात पर कहा कि पिछले कुछ दिनों से कई तरह के कन्फ्यूजन फैलाया गया था . लिहाजा अब उन्हें सामने आना पड़ा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान हमने कहा कि देश और राज्य हित मे एनडीए को मजबूत रखना है. मांझी ने कहा कि कई अन्य विषयों पर भी सीएम नीतीश से चर्चा हुई। बाढ़ राहत पर भी बातचीत हुई है.
लोजपा में चल रहे विवाद पर पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने बोलने से जीतन राम मांझी ने किया परहेज किया. उन्होंने कहा कि लोजपा विवाद उनका अंदरूनी मामला है. चिराग पासवान और पशुपति पारस के बीच की लड़ाई है और दोनों आपस फरिया लें, मुझे कुछ नही कहना है .हम यह नही कह सकते कि ठीक हुआ या गलत.। उन्होंने कहा कि लोजपा के नेता और कार्यकर्ता ही गलत-सही का फैसला लेंगे.
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