सिटी पोस्ट लाइव : बीजेपी के राज्य सभा सांसद व पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने एक बार फिर से लालू-राबड़ी परिवार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि लालू-राबड़ी ने वैक्सीन न लगवा कर टीकाकरण के विरुद्ध लोगों को उकसाने का काम किया है.RJD आपदा में भी राजनीति कर रहा है. आपदा में राजनीति का अवसर खोजने वाले कांग्रेस-राजद जैसे विपक्षी दल भारतीय वैक्सीन की गुणवत्ता पर लगातार सवाल उठाने या इसका मजाक उड़ाने में लगे रहे, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण की गति तेज नहीं हो पायी.
सुशील मोदी ने कहा कि कोई इसे ” भाजपा का टीका ” कह रहा था, तो कोई प्रधानमंत्री को पहले कोवैक्सीन लगवाने की चुनौती दे रहा था. प्रधानंमत्री नरेन्द्र मोदी सहित अनेक अतिविशिष्ट लोगों ने टीके लगवा कर जनता में विश्वास पैदा किया.तेजस्वी यादव को सरकार पर सवाल उठाने से पहले बताना चाहिए कि लालू प्रसाद और राबड़ी देवी ने अभी तक कोरोना का टीका क्यों नहीं लिया? राजद के कितने विधायकों ने वैक्सीन लगवाई? राजद क्या ग्रामीणों-गरीबों को टीकाकरण से दूर रख कर उनकी जिंदगी को खतरे में डालना चाहते हैं?
सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा कि भारत सरकार ने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सबसे पहले देशव्यापी लॉकडाउन लागू किया. दो वैक्सीन साल भर के भीतर तैयार कराई और आज डीआरडीओ ने तीसरी दवा 2-जीडी भी लांच की. केंद्र और राज्य सरकारों ने 114 दिनों में 17 करोड डोज देकर सबसे तेज मुफ्त टीकाकरण भी कराया. मोदी ने अगले ट्वीट में कहा कि नारदा स्टिंग केस में पश्चिम बंगाल के दो मंत्रियों सहित 4 नेताओं की गिरफ्तारी के बाद उनके बचाव में टीएमसी का प्रदर्शन और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का सीबीआई के दफ्तर पहुँच कर धमकाना देश के संघीय ढाँचे पर हमला है. जनादेश का मतलब यह नहीं कि सत्तारूढ दल को हर प्रकार के अपराधियों के बचाने का लाइसेंस मिल गया. लालू प्रसाद और जयललिता भी कानून से ऊपर नहीं थे, इसलिए इन्हें जेल जाना पड़ा.चुनावी सफलता के अहंकार में एक मुख्यमंत्री का गुंडे की तरह व्यवहार करना दुर्भाग्यपूर्ण है.
गौरतलब है कि कोरोना से बिहार में तबाही मची हुई है.रोज दर्जनों लोगों की जान जा रही है.ईलाज और दवा के अभाव में लोग दम तोड़ रहे हैं.ऐसे में कोरोना को लेकर राजनीति तेज हो गई है.लालू यादव और तेजस्वी यादव लगातार सरकार के कामकाज पर सवाल उठा रहे हैं.
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