सिटी पोस्ट लाइव : शहाबुद्दीन के समर्थकों के बीच लगातार मनमुटाव से जुड़ी खबरें सामने आ रही थी. लालू परिवार से शहाबुद्दीन के परिवार और चाहने वालों की नाराजगी की ख़बरों के बीच, जहां पहले राजद विधायक रीतलाल यादव मिलने गए थे. वहीं अब खुद लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव शहाबुद्दीन की मौत के 11 दिन बाद उनके परिजनों से मिलने जा रहे हैं. बताते चले कि पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की मौत के बाद ये पहला मौका है जब लालू प्रसाद यादव के परिवार का कोई सदस्य शहाबुद्दीन के परिजनों से मुलाकात करेगा. शहाबुद्दीन के इंतकाल के दिन से अब तक लालू परिवार का कोई सदस्य ना तो दिल्ली और ना ही प्रतापपुर जाकर मुलाकात किया था जिस कारण शहाबुद्दीन के समर्थकों में लालू परिवार के इस रवैये को लेकर काफी नाराजगी दिख रही है.
गौरतलब है कि शहाबुद्दीन की मौत के बाद उनके समर्थकों की मांग थी कि उनको सुपुर्द-ए-खाक सीवान में ही किया जाए लेकिन ऐसा नहीं हो सका. उनकी मौत के बाद लालू-तेजस्वी समेत राजद के वरीय नेताओं ने ट्वीट कर के सफाई और श्रद्धांजलि दी थी.तेजस्वी ने अपनी सफाई में कहा है कि लालू प्रसाद यादव और उन्होंने खुद सरकार और स्थानीय प्रशासन से गुहार लगाई, खूब दवाब भी बनाया लेकिन सरकार कोरोना प्रोटोकॉल का हवाला देकर सीवान ले जाने की अनुमति नहीं दी. तेजस्वी ने इसके लिए सरकार की हठधर्मिता को जिम्मेदार ठहराया. यही नहीं तेजस्वी ने अपनी सफाई में ये भी कहा कि स्थानीय प्रशासन मोहम्मद शहाबुद्दीन को ITO के बजाए किसी दूसरे कब्रिस्तान में दफनाना चाहती थी लेकिन उन्होंने दिल्ली के कमिश्नर से खुद बातकर दिल्ली ITO कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-ख़ाक की अनुमति दिलाई.
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