City Post Live
NEWS 24x7

मधुबनी : लॉकडाउन का पालन कराने निकले अनुमंडल पदाधिकारी, लोगों से की यह अपील

-sponsored-

-sponsored-

- Sponsored -

सिटी पोस्ट लाइव: मधुबनी जयनगर प्रखंड क्षेत्र में लॉकडाउन का नया चरण सम्पूर्ण लॉकडाउन बुधवार से फिर शुरू हो गया. 15 मई तक लॉकडाउन की मियाद रखी गई है. इस बीच रोजमर्रा के सामानों की दुकानों को खोलने का समय अहले सुबह 7 बजे सुबह 11 बजे तक ही यानी 4 घंटे खुलने का निर्देश है. अन्य तमाम प्रकार की दुकानों को बंद रखने के लिए कहा गया है. लॉकडाउन का पालन कराने के लिए अनुमंडल पदाधिकारी जयनगर बेबी कुमारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी चन्द्र कांता, अंचलाधिकारी संतोष कुमार, जयनगर थाना अध्यक्ष संजय कुमार, शस्त्र बलों व अन्य अधिकारी व पुलिस कर्मी सड़क पर उतरे.

इस दौरान तय समय के बावजूद कई प्रकार के दुकानें खुली मिली. अनुमंडल पदाधिकारी बेबी कुमारी ने विक्रेताओं को कड़ी फटकार लगाई और निर्धारित समय पर ही दुकान खोलने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि, नियमों का पालन करें, अन्यथा सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि सुबह 7 से 11 बजे तक ही आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को खोला जा सकता है. शेष अवधि में दुकानों को बंद रखने का निर्देश है. वहीं अधिकारियों ने लोगों को मास्क पहनने की कड़ी हिदायत दी. साथ ही कहा कि, इस प्रकार की लापरवाही से कोरोना को फैलने से रोकना मुश्किल हो जायेगा. सभी लोग सचेत और सजग हों, तभी कोरोना पर विजय प्राप्त किया जा सकता है.

लोगों से शारीरिक दूरी का पालन करने की भी अपील की. अधिकारियों ने जयनगर शहर के मुख्य बाजार, पटना गद्दी चौक, शहीद चौक, स्टेशन रोड, कमला पुल, डी बी कॉलेज गेट कुआढ, दुलीपट्टी सहित दर्जनों जगहों का भ्रमण अधिकारियों ने किया है. शहर के कुछ दुकानदारों ने भी चिंता जताई है. दुकानदारों का कहना है कि लगातार दुकान बंद रखने से कई प्रकार की परेशानी हो रही है. बिक्री नहीं होगी तो दुकान का किराया, स्टाफ का वेतन, बिजली बिल आदि का भुगतान कैसे कर सकेंगे. दुकान बंद रहने से आर्थिक स्थिति पर भी असर पड़ रहा है. लॉकडाउन के बावजूद कुछ दुकानदार पिछले दरवाजे से कारोबार कर रहे हैं.
                                                                                                                         मधुबनी से आलोक कुमार की रिपोर्ट

-sponsored-

- Sponsored -

-sponsored-

Comments are closed.