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ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को कोरोना से सुरक्षित रखना प्राथमिकता: मुख्यमंत्री

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सिटी पोस्ट लाइव, रांची/मेदिनीनगर: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि कोरोना महामारी से लड़ने का हमारा प्रयास लगातार जारी है जैसा कि आप सभी अवगत है कि झारखंड की 80प्रतिशत  आबादी ग्रामीण इलाकों में गुजर बसर करती है ऐसे में ग्रामीण इलाकों को कोरोना महामारी से सुरक्षित रखना हमारी प्राथमिकता है। कोरोना के इस महामारी से झारखंड के ग्रामीण इलाकों को कैसे बचाया जा सके इसी के उद्देश्य से यह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग आयोजित की गयी है। यह बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कही।

मुख्यमंत्री आज अपने आवासीय कार्यालय से राज्य के सभी जिलों के डीडीसी,डीपीआरओ,डीपीएम,जिला परिषद कार्यकारी समिति के प्रधान, पंचायत समिति कार्यकारी समिति के प्रधान और ग्राम पंचायत कार्यकारी समिति के प्रधान के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे। मुख्यमंत्री के साथ उनके प्रधान सचिव,स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव,ग्रामीण विकास विभाग के निदेशक समेत अन्य उपस्थित थे। मुख्यमंत्री  हेमंत सोरेन ने कहा कि कोरोना के इस दूसरे लहर में उम्र की कोई सीमा नहीं है यह वायरस किसी भी उम्र के लोगों को संक्रमित कर रही है ऐसे में इस बार हम सभी को ज्यादा सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों से अपना ख्याल रखने की बात कही।

 प्रवासी मजदूर भाई लौट रहे हैं ,उनका ख्याल रखें  
मुख्यमंत्री   हेमंत सोरेन ने कहा कि देश के कई राज्यों में लॉकडाउन होने के वजह से हमारे कई प्रवासी मजदूर भाई झारखंड लौट रहे हैं ऐसे में हम सभी की जिम्मेदारी बनती है कि हम उनका विशेष ख्याल रखें।उन्होंने सभी पंचायत प्रतिनिधियों से प्रवासी मजदूर भाइयों का ख्याल रखने,उनकी आवश्यकतानुसार उनको ज़रूरी चीजें उपलब्ध करवाने एवं उनका स्वास्थ्य का हाल चाल लेते रहने की बात कही। मुख्यमंत्री  ने कहा कि कोरोना से बचाव में हमारी जागरूकता ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है।ऐसे में आप सभी जनप्रतिनिधियों से अपील है कि आप अपने गावों,टोलों एवं पंचायतों में  घूम- घूम कर कोरोना के भी नियमों के प्रति लोगों को जागरूक करें।

 जिलावार सभी पंचायत प्रतिनिधियों से किया संवाद
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री ने एक-एक कर राज्य के सभी जिलों के पंचायत प्रतिनिधियों के साथ संवाद किया।इस दौरान मुख्यमंत्री ने उनके क्षेत्र में कोरोना काल में किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली एवं उनकी समस्याओं से अवगत हुए साथ ही उनकी समस्याओं को सुनकर हर संभव मदद करने का भरोसा दिया।इस दौरान सबसे अधिक पंचायत प्रतिनिधियों ने 15 वें वित्त के पैसों को कोरोना से बचाव में उपयोग लाने हेतु अनुमति की मांग की।इसके अलावे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभी जिलों के डीडीसी से उनके जिले में कोरोना काल में किये जा रहे कार्यों की संक्षिप्त विवरणी प्राप्त की।

 मैंने भी लिया है कोरोना का टीका,आप लोग भी अवश्य लें

मुख्यमंत्री   हेमंत सोरेन ने कहा कि मैंने आज ही कोरोना वैक्सीन की पहली डोज़ ली है,आप सभी भी अपना टीकाकरण करवाना सुनिश्चित करें,यह पूरी तरह से सुरक्षित है। मुख्यमंत्री ने सभी पंचायत प्रतिनिधियों से अपना टीकाकरण करवाने की बात कही ताकि लोगों के बीच इसे उदाहरण के तौर पर भी पेश किया जा सके और लोगो को वैक्सीन के प्रति विश्वास दिलाया जा सके।
उन्होंने कहा कि राज्य में सभी जरूरी मेडिकल गैजेट उपलब्ध कराने हेतु सरकार प्रयासरत है।

पलामू के प्रत्येक पंचायतों में वैक्सीनेशन के प्रति जागरूकता अभियान

पलामू जिला परिषद की कार्यकारी प्रधान   प्रभा देवी ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनके द्वारा पलामू जिले के प्रत्येक पंचायतों में टीकाकरण के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है साथ ही हम सभी जिला प्रशासन के साथ मिलकर टीम वर्क के साथ कोरोना को मात देने में लगे हुए हैं।उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि कई गावों में वैक्सीनेशन के प्रति लोगों के बीच कई भ्रांतियां फैली हुई है उन सभी भ्रांतियों को हम लोगों के द्वारा दूर करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है।इसके साथ ही हम सभी लोगों से गर्म पानी पीने हेतु अपील कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री   हेमंत सोरेन ने पलामू के डीडीसी से जिले में कोरोना के दौरान किए जा रहे कार्यों की संक्षिप्त जानकारी मांगी।इस पर डीडीसी शेखर जमुआर द्वारा मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि वर्तमान में जिले में कोरोना के कुल 1441 एक्टिव केस हैं।डीडीसी ने मुख्यमंत्री को बताया कि कोरोना के प्रसार को नियंत्रित करने हेतु अलग-अलग स्तर पर कई कमेटियां बनाई गई है।बेड मैनेजमेंट एवं ऑक्सीजन सिलेंडर के रखरखाव हेतु अलग-अलग नोडल पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है। वहीं 1 मई से शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान की भी पूरी तैयारी कर ली गई है।उन्होंने मुख्यमंत्री को अवगत कराया की ऑक्सीजन हेतु हम रांची एवं रामगढ़ पर निर्भर है जिसकी दूरी पलामू से काफी दूर है। अतः डीडीसी ने मुख्यमंत्री से पलामू जिले में ऑक्सीजन प्लांट होने की  आवश्यकता बतायी।

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