सिटी पोस्ट लाइव : पटना न्यायमंडल के सभी न्यायालयों में कोरोना की बीमारी बड़े पैमाने पर फैल चुकी है. इसके कारण दर्जनों न्यायिक पदाधिकारी, अधिवक्ता व कर्मचारी इसकी चपेट में आ चुके हैं. कोरोना से संक्रमित होने के कारण कई अधिवक्ताओं की मृत्यु भी हो चुकी है. बुधवार को बिहार स्टेट बार काउंसिल के सदस्य शशि शेखर किशोर और हाईकोर्ट में डिप्टी रजिस्ट्रार मो. नसीमुल होदा का भी निधन हो गया. इससे एक दिन पहले खगड़िया के वकील युगल किशोर की कोरोना से भागलपुर के मायागंज अस्पताल में मौत हो गई थी.
पटना में कोरोना के तेजी से बढ़ रहे संक्रमण को ध्यान में रखते हुए महामारी के चेन को तोड़ने के लिए पटना न्यायमंडल की सभी अदालतें 1 मई तक के लिए बंद रहेगीं. इन अदालतों में रिमांड के अलावा कोई कार्य नहीं किया जाएगा. सभी न्यायिक पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने आवास पर ही रहकर कोरोना गाइडलाइन का पालन करें.सभी न्यायिक पदाधिकारियों को बिना अनुमति के हेडक्वार्टर न छोड़ने का निर्देश दिया गया है.
न्यायालय के कर्मियों को कोरोना के सभी गाइडलाइन का पालन करते हुए अपने-अपने मोबाइल फोन से संबंधित न्यायिक पदाधिकारियों से संपर्क बनाए रखने का निर्देश दिया गया है. इस आशय का एक पत्र पटना जिला जज के प्रभारी सत्येंद्र पांडेय द्वारा पटना हाईकोर्ट तथा पटना जिला अधिवक्ता संघ द्वारा गुरुवार को पारित प्रस्ताव के आलोक में निर्गत किया गया है.
Comments are closed.