इलाज करा रही नाबालिग लड़की ने अस्पताल कर्मियों पर लगाया संगीन आरोप, जानिए पूरा मामला
कंपाउंडर करता था छेड़खानी और बलात्कार की कोशिश
सिटी पोस्ट लाइव : बेगूसराय से एक बेहद हैरान करने वाली खबर सामने आई है. जहां निजी नर्सिंग होम में इलाज करवा रही है एक नाबालिग लड़की ने नर्सिंग होम के कर्मचारियों पर छेड़खानी सहित बलात्कार के प्रयास का आरोप लगाया है। हालांकि नर्सिंग होम प्रबंधन ने इस आरोप को सिरे से खारिज करते हुए आरोप को झूठा बताया है। नर्सिंग होम के प्रबंधक के अनुसार इलाज करवा रही लड़की मानसिक रूप से विक्षिप्त है और उसके परिजनों एवं लड़की के द्वारा अस्पताल का बिल नहीं चुकाने की वजह से अस्पताल पर आरोप लगाया जा रहा है। बुधवार की देर शाम चले इस हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद नगर थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू की लेकिन देर रात्रि तक पूरे मामले को लेकर हंगामा होता रहा।
जानकारी अनुसार पटना जिले के मरांची की रहने वाली एक नाबालिग लड़की जो छाती में दर्द से परेशान थी. उसे 17 जनवरी को बेगूसराय के निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। 3 दिन चले इलाज के बावजूद भी लड़की की परेशानी में कोई खास कमी नहीं आई। लेकिन उक्त लड़की ने नर्सिंग होम में कार्यरत कंपाउंडर भूषण एवं एक अन्य कंपाउंडर पर पिछले 3 दिनों से मानसिक रूप से प्रताड़ित करने एवं प्राइवेट पार्ट से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है। लड़की के अनुसार उक्त कंपाउंडर के द्वारा एकांत का लाभ उठाकर लड़की के साथ अश्लील हरकत किया करता था और लड़की के परिजनों को भी लड़की से मिलने नहीं दिया जा रहा था। वहीं परिजनों ने भी आरोप लगाया है कि दबाव देने के बावजूद भी उनकी बच्ची से उन्हें मिलने नहीं दिया जाता था। लेकिन कल शाम में जब उस लड़की से उसके माता-पिता की मुलाकात हुई तब लड़की ने अपने साथ घटी घटना से अपने परिजनों को अवगत कराया। फिर परिजनों के द्वारा हो हंगामा शुरू किया गया।
वही नर्सिंग होम के संचालक डॉ धीरज कुमार ने बताया कि लड़की मानसिक रूप से विक्षिप्त है और उसके द्वारा लगाए गए सारे आरोप बेबुनियाद हैं। अस्पताल के डायरेक्टर ने कहा कि पूरे नर्सिंग होम में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं. कैमरे की जांच कर आरोपों पर से पर्दा हटाया जा सकता है। हालांकि उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अक्सर देखा गया है कि जब अस्पताल का बिल मरीज के परिजनों को भारी लगने लगता है तो परिजनों के द्वारा है ऐसे मिथ्या आरोप लगाए जाते हैं, और अस्पताल का शुल्क देने में आनाकानी की जाती है। फिलहाल सत्य जो भी हो यह तो पुलिस जांच और सीसीटीवी कैमरे से स्पष्ट हो जाएगा। लेकिन जिस तरह से निजी नर्सिंग होम पर आरोप लगाए जा रहे हैं वह कहीं ना कहीं पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
बेगूसराय से जीवेश तरुण की रपोर्ट
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