सिटी पोस्ट लाईव :हर साल की तरह इस साल भी प्रदेश की नदियों से बालू खनन एक जुलाई से 1 अक्टूबर तक के लिए बंद हो जायेगा. आम लोगों को इसकी उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए खान एवं भूतत्व विभाग ने सभी बंदोबस्तधारियों को बालू भंडारण कर एक जुलाई तक इसकी जानकारी देने के लिए कहा है ताकि तीन महीने के दौरान बालू की किल्लत न हो..
खान एवं भूतत्व विभाग के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि बंदोबस्तधारियों को दी गयी निविदा की शर्तों के अनुसार बालू का भंडारण नदी तट से 300 फीट तक की दूरी तक किया जा सकता है. इसके लिए किसी अनुज्ञप्ति की आवश्यकता नहीं है. विभाग ने सभी बंदोबस्तधारियों से 30 जून तक निश्चित रूप से बालू का भंडारण करने का निर्देश दिया है.
खान एवं भूतत्व विभाग के अधिकारियों के अनुसार पर्यावरणीय स्वीकृति के साथ संचालित बालू घाटों में शिया की विभिन्न शर्तों के साथ बालू का खनन और उनकी बिक्री की जाती है. बालू का इस समय फ्री सेल हो रहा है.इसकी दर मांग और आपूर्ति पर निर्भर है. हालांकि, विभागीय अधिकारी कालाबाजारी और अवैध खनन पर नजर रखेंगे. इसके लिए ड्रोन से बालू घाटों की निगरानी होगी. इसके बाद सैटेलाइट से भी बालू घाटों पर नजर रखने की योजना बनी है. इसकी टेंडर प्रक्रिया चल रही है.
गौरतलब है कि प्रदेश के कुल 29 जिलों के बालू घाटों की बंदोबस्ती की जाती है. इसबार पूर्णिया और गोपालगंज की बंदोबस्ती नहीं हुई है. इन 27 जिलों में निगम द्वारा संचालित बफर स्टॉक की जरूरत नहीं है. ऐसे में 11 जिलों में निगम बफर स्टॉक बनाकर उसमें बालू भंडारण की व्यवस्था करेगा. इसका मकसद लोगों को बालू उपलब्ध करवाना है.
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