सिटी पोस्ट लाइव : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार के वैशाली जिले में छेड़खानी का विरोध करने पर एक लड़की को कथित तौर पर जलाए जाने के मामले को लेकर मंगलवार को नीतीश कुमार सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि क्या कि किसका अपराध ज़्यादा ख़तरनाक है- जिसने ये अमानवीय कर्म किया? या जिसने चुनावी फ़ायदे के लिए इसे छुपाया ताकि इस कुशासन पर अपने झूठे ‘सुशासन’ की नींव रख सके? उन्होंने ट्वीट किया, जिसमें एक अखबार की कटिंग लगाईं है.
किसका अपराध ज़्यादा ख़तरनाक है-
जिसने ये अमानवीय कर्म किया?
या
जिसने चुनावी फ़ायदे के लिए इसे छुपाया ताकि इस कुशासन पर अपने झूठे 'सुशासन' की नींव रख सके? pic.twitter.com/VDIeL19F3Q
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 17, 2020
खबरों के मुताबिक, कुछ दिनों पहले वैशाली में छेड़खानी का विरोध करने पर 20 साल की एक युवती को गांव के दबंगों ने जिंदा जला दिया था। लड़की का पटना पीएमसीएच में इलाज चल रहा था, जहां उसकी मौत हो गई। राहुल गांधी ने जो खबर साझा की है उसमें दावा किया गया है कि चुनाव के कारण पुलिस ने मामले को दबाने का प्रयास किया था।
वहीं जो जानकारी सामने आई है इस ट्वीट के बाद बिहार में इसे लेकर कार्रवाई शुरू हो गई है. गुलनाज को जिंदा जलाने के मामले में पहली गिरफ्तारी हुई है. एफआईआर में नामजद मुख्य आरोपी चंदन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही बाकी दो आरोपियों की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है. इस बीच लापरवाही बरतने के आरोप में एक एसएचओ को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही डिप्टी सीएम रेणु देवी ने जांच के आदेश दिए हैं.
मृतका गुलनाज के परिजनों ने आरोप लगाया है कि आरोपी उन्हें धमका रहे हैं. साथ ही पुलिस पर इस मामले में लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लग रहा है , जिसके बाद स्थानीय चांदपुरा थाने के एसएचओ को निलंबित कर दिया गया है. वैशाली के एसपी मनीष ने बताया कि घटना 30 तारीख की है. 2 नवंबर को एफआईआर दर्ज कर लिया गया. इस मामले में तीन लोग नामजद हैं, जिसमें से मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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