सिटी पोस्ट लाइव : एलजेपी सुप्रीमो चिराग पासवान भावुक हो गये हैं। अपने पापा रामविलास पासवान को लेकर उन्होंने सीएम नीतीश कुमार को लंबा-चौड़ा पत्र लिखा है। चिराग पासवान ने कहा कि बेटा होने के नाते मैंने अपनी सूझ-बूझ से सबसे बेहतर ध्यान दिया और पापा के निधन के बीच पार्टी की जिम्मेवारियों को भी पूरा करने की कोशिश की है। दरअसल चिराग पासवान पिछले दिनों एक वीडियो के वायरल होने के बाद व्यथित हैं, जिसमें वे फोटो शूट करते दिख रहे हैं।लेटर में उन्होंने ये आरोप भी लगाया है कि आपकी पार्टी ने एजेंडा बनाकर वीडिय़ो वायरल किया।
मात्र सात निश्चय की जाँच की आँच से बौखलाए आदरणीय @NitishKumar जी निजी हमले पर आगाए हैं।पापा के नहीं रहने पर उनकी चिंता देख कर ताज्जुब होता है।सात निश्चय की जाँच और मुंगेर कांड से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रहे है।विकास के मुद्दे पर बात करने से घबराते है साहब।#असम्भवनीतीश pic.twitter.com/vU6j7xojbs
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) November 2, 2020
चिराग पासवान के ट्वीट कर लिखा है कि मात्र सात निश्चय की जांच की आंच से बौखलाए आदरणीय नीतीश कुमार जी निजी हमले पर आगाए हैं।पापा के नहीं रहने पर उनकी चिंता देख कर ताज्जुब होता है।सात निश्चय की जांच और मुंगेर कांड से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रहे है।विकास के मुद्दे पर बात करने से घबराते है साहब।#असम्भवनीतीश
.@NitishKumar जी चुनाव को विकास के मुद्दे से भटकाने के लिए पापा के आख़िरी दिनो पर सवाल उठा रहे है।मैं आग्रह करना चाहूँगा की अगली सभा में जब आदरणीय@narendramodi जी का आशीर्वाद लेने जाए तो पापा के आखिरी दिनो के बारे में जरुर पूछ लें।पापा के आखिरी साँस तक प्रधानमंत्री जी उनके साथ थे pic.twitter.com/ptqje5Robv
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) November 2, 2020
दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि नीतीश कुमार जी चुनाव को विकास के मुद्दे से भटकाने के लिए पापा के आख़िरी दिनो पर सवाल उठा रहे है।मैं आग्रह करना चाहूँगा की अगली सभा में जब आदरणीय नरेन्द्र मोदी जी का आशीर्वाद लेने जाए तो पापा के आखिरी दिनो के बारे में जरुर पूछ लें।पापा के आखिरी साँस तक प्रधानमंत्री जी उनके साथ थे।
आप भी देखिए क्या कुछ चिराग पासवान ने लिखा है अपने लेटर में —
आदरणीय नीतीश कुमार जी,
आपको यह पत्र इसलिए चुनाव के दरमियान लिख रहा हूँ क्योंकी मुझे महसूस हो रहा है की पापा के आखिरी दिनों को लेकर आप अचानक से चिंतित हो रहे है। आपकी ये चिंता मुझे हैरान करती है क्योंकि पापा जब तक जीवित थे तब तक ना तो आपने उनसे मिलने का प्रयास किया और ना ही फोन कर उनका हालचाल जानने की कोशिश की। अजीब लगता है जब देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से लेकर आम देशवासियों को भी पापा के बीमार होने की जानकारी थी उस वक्त आपका ये बयान देना कि आपको उनकी बीमारी के बारे में मालूम ही नहीं है हैरान करता है। महोदय आजकल आप प्रधान मंत्री जी के आशीर्वाद लिए अक्सर उनके साथ मंच साझा करते रहते है अतः आपसे आग्रह करूंगा की आप पापा के अंतिम दिनों के बारे में प्रधानमंत्री जी से जानकारी ले लें क्योंकी पापा आखिरी सांस तक उनसे जुड़े हुए थे।
एक बेटा होने के नाते मैंने उनका अपनी सूझबूझ से सबसे बेहतर ध्यान दिया लेकिन मेरे साथ पापा के बेहतर इलाज के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री जी भी दिन रात प्रयासरत् थे। महोदय बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में आप नेताओं द्वारा गिरते राजनीतिक स्तर के बारे में आपको कुछ जानकारी देना चाहता हूं। राजनीति में व्यक्तिगत आरोप प्रत्यारोप लगाना कहीं से उचित नहीं है। आप मेरी नीति को लेकर प्रश्न उठा सकते है-आप मेरी नियत को लेकर प्रश्न उठा सकते है, आप कह सकते है बिहार1st बिहारी1st विजन डॉक्यूमेंट खराब है पर निरन्तर आपके नेता मुझ पर निजी हमले किये जा रहे है। पहले मेरा एक वीडियो जिसमें मैं अपनी पार्टी का बिहार 1st बिहारी 1st विजन डॉक्यूमेंट का वीडियो शूट कर था उसको एजेंडा बनाकर दिखाने का प्रयास किया गया मानो मुझे मेरे पिता के गुजरने का दुःख ही नहीं है। इस वीडियो के माध्यम से जनता के बीच मेरी छवि खराब करने की असफल कोशिश की गई थी।
आपके यहां से एजेंडा बनाकर मीडिया को एक पत्र इस वीडियो के साथ साझा किया गया, जिसमें यह बताया गया कि मैं कैसे अपने पिता के निधन के बाद शूटिंग कर रहा हूँ जबकि यह सब जानते है कि पापा का निधन एक ऐसे समय पर हुआ जब चुनाव सिर पर थे। हमारे यहाँ परम्परा है कि 10 दिन तक मुखाग्नि देने वाला लड़का घर से बाहर नहीं निकलता और ये वो 10 दिन थे जब बिहार में पहले चरण का प्रचार शुरू हो चुका था ऐसे में मेरे पास अपनी बातों को जनता तक पहुंचाने का विकल्प नहीं था। आज की मौजूदा सरकार को बदलने का डिजिटल माध्यम ही एक रास्ता था। परिस्थिति ऐसी थी कि पापा के निधन के कुछ घंटे बाद ही मुझे काम पर लौटना पड़ा। जिस शाम उनका निधन हुआ उस रात भी मैं पहले चरण के प्रत्याशियों की सूची तैयार कर रहा था। पापा के निधन के बाद या तो हिम्मत हारकर पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ताओं को बीच मझधार में छोड़ देता या फिर पापा की अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए जी जान से मेहनत में जुट जाता। मैनें दूसरा रास्ता चुना।
आदरणीय मुख्यमंत्री नीतीश जी आपसे आग्रह है पिछले 5 साल का हिसाब जनता को दें और आने वाले अपने विकास के रोड़ मैप को जनता के सामने रखें और जनता से आशीर्वाद माँगे। निजी हमले करने से आप कमजोर दिखते है। आपके पार्टी के नेताओं द्वारा व्यक्तिगत और निजी हमले ना सिर्फ मुझे बल्कि मेरे परिवार को भी बहुत ठेस पहुंचाते हैं। चुनाव में चर्चा सिर्फ विकास के मुद्दे पर होनी चाहिए और आपको अपने पांच साल में किये गये काम के आधार पर वोट मांगना चाहिए। बिहारी इस बात को समझ रहे है कि आपका यह प्रयास सात निश्चय में हो रहे घोटाले की जांच एवं जिस तरीके से मुंगेर में माँ दुर्गा के भक्तों पर आपके निर्देश पर गोली चलवाई गई इससे ध्यान भटकाना चाहते है।अतः चुनाव मुद्दों पर लड़े और जरूरत हो तो किसी भी विकास के मुद्दे पर आपके साथ मैं सार्वजनिक चर्चा करने को तैयार हूँ।
सादर,
भवदीय,
(चिराग पासवान)
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