सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड में जिस तरह खनिज संपदा प्रचुर मात्रा में है , उसी तरह यहां खेल में भी असीम संभावनाएं हैं . खेल और प्रतिभावान खिलाड़ियों के विकास के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है . खेलों में हमारा राज्य कैसे आगे बढ़े, इसके लिए खिलाड़ियों की मैपिंग जरूरी है. इसी मकसद से खिलाड़ियों का डेटाबेस पोर्टल तैयार किया गया है. इसमें खिलाड़ियों का पूरा ब्यौरा होगा ताकि प्रतिभावान खिलाड़ियों की पहचान कर उन्हें उच्चस्तरीय प्रशिक्षण देने के साथ उनके भविष्य को बेहतर बनाया जा सके. खेल एवं युवा कार्य निदेशालय की वेबसाइट और खिलाड़ियों के लिए झारखंड स्पोर्ट्सपर्सन्स रजिस्ट्रेशन पोर्टल का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने ये बातें कही. उन्होंने कहा कि आज का दिन गौरवान्वित करने वाला है क्योंकि खिलाड़ियों के लिए बेहतर भविष्य की शुरुआत हो रही है .
खिलाड़ियों को उनका हक और सम्मान मिलेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि अलग राज्य बनने के बाद से खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए कोई बड़ी योजना नहीं बनी थी, लेकिन हमारी सरकार ने खिलाड़ियों को उनका उचित हक और सम्मान देने का निर्णय लिया है .श्री सोरेन ने कहा कि हमारा राज्य खेलों के नाम से भी जाना जाय, इसके लिए खिलाड़ियों को सभी जरूरी सुविधाएं और मदद उपलब्ध कराई जाएगी .मुख्यमंत्री ने इस बात पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कई खिलाड़ियों में राष्ट्रीय -अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने प्रदर्शन से राज्य का नाम रोशन किया है ,लेकिन उन्हें किसी तरह की मदद नहीं मिल सकी . वे तंगीहाल में है ,लेकिन अब खिलाड़ियों को ऐसी नौबत का सामना नहीं करना पड़ेगा . खिलाड़ियों को हर संभव सरकार की ओर से मदद उपलब्ध कराई जाएगी .
खिलाड़ियों की होगी सीधी नियुक्ति
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के खिलाड़ियों की सीधी नियुक्ति की जाएगी . पहले चरण में एक माह के अंदर 32 खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र दिया जाएगा . उन्होंने यह भी कहा कि अलग राज्य बनने के बाद जिला खेल पदाधिकारियों की पहली बार नियुक्ति की गई है .इन खेल पदाधिकारियों ने जिलों में योगदान दे दिया है और खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए कार्य कर रहे हैं . मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जो खिलाड़ी खेल प्रतियोगिताओं के दौरान दुर्घटनाग्रस्त होते हैं तो दुर्घटना के बाद से उनके स्वस्थ होने तक उनकी देखभाल का जिम्मा सरकार उठाएगी .इसके अलावा बीमार अथवा कोई और समस्या से खिलाड़ी जूझ रहे हैं तो उन्हें भी सरकार की ओर से मदद की जाएगी .
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए सरकार सदैव तत्पर है . इस दिशा में करूंगा काल में भी शहीद पोटो हो योजना के तहत पंचायत स्तर पर खेल के मैदान बनाए जा रहे हैं और प्रखंड स्तर पर खेल प्रतिभाओं की पहचान कर उन्हें प्रशिक्षण देने की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. मुख्यमंत्री ने राज्य के प्रतिभावान खिलाड़ियों से आग्रह किया कि वे खेल निदेशालय की पोर्टल पर अपना पूरा ब्यौरा दे ताकि एक दस्तावेज के रूप में उनकी पूरी जानकारी सरकार के पास हो . उन्होंने कहा कि इस पोर्टल के माध्यम से खिलाड़ियों को सरकार की विभिन्न खेल योजनाओं की जानकारी मिल सकेगी ताकि वे उनका फायदा उठा सकें .
खेलकूद एवं युवा कार्य निदेशालय द्वारा तैयार किए गए डेटाबेस पोर्टल में राज्य के राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों का पूरा ब्यौरा दर्ज है. इस डेटाबेस पोर्टल में अब तक 736 खिलाड़ी अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं . इनमें एथलेटिक्स के 41 हॉकी के 79, फुटबॉल के 121, आर्चरी के 114 और 381 अन्य खेलों से जुड़े हैं . इस पोर्टल की खासियत है कि कोई भी प्रतिभावान खिलाड़ी इसमे अपना निबंधन करा सकता है . इस पोर्टल पर अलग राज्य बनने के बाद से लेकर अब तक यहां के कितने खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीता है उसकी जानकारी प्रखंडस्तर से ही उपलब्ध है . खेल एवं युवा कार्य निदेशालय की सरकारी वेबसाइट पर खेल से जुड़ी सारी गतिविधियों का पूरा ब्यौरा है . इसमें खेल योजनाओं की भी विस्तार से जानकारी दी गई है . वेबसाइट पर खेल के लिए चलने वाले ट्रेनिंग सेंटर, प्रशिक्षकों , स्टेडियम और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर समेत खिलाड़ियों के लिए योजनाओं और दी जाने वाली सुविधाओं का भी पूरा ब्यौरा है . इस मौके पर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, खेल विभाग की सचिव पूजा सिंघल और खेल निदेशक उपस्थित थे।
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