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पटना हेलीकॉप्टर हादसे की CCTV जांच शुरू, चुनाव में VVIP मूवमेंट के बीच सुरक्षा पर उठे सवाल

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सिटी पोस्ट लाइव : केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद एक बड़े हादसे से बाल-बाल बच गए हैं। दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव के सिलसिले में आए केंद्रीय मंत्री का विमान पटना एयरपोर्ट पर विंग पार्किंग शेड से टकरा गया। हालांकि बाद में बताया गया कि रविशंकर प्रसाद बिहार चुनाव के लिए राज्य में प्रचार कर लौट थे। हादसा उनके हेलीकॉप्टर से बाहर निकल जाने के बाद हुआ है।इस दौरान विमान के दोनों ब्लेड टूट गए। इस दौरान विमान में रविशंकर प्रसाद के साथ बिहार सरकार के मंत्री मंगल पांडे दोनों बैठे थे। हालांकि हादसे में किसी को कोई चोट नहीं आई, दोनों सुरक्षित हैं। लेकिन अब हादसे को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं कि आखिर कहा इतनी बड़ी लापरवाही हुई है।

चुनावी रैली के बीच पटना एयरपोर्ट से हर दिन हेलीकॉप्टरों की उड़ान जारी है। वीवीआइपी मूवमेंट को देखते हुई कई अधिकारियों की तैनाती है। एयरपोर्ट के अधिकारियों के अलावा, राज्य सरकार और जिला प्रशासन के अधिकारी भी हर वक्त स्टेट हैंगर पर नजर रख रहे हैं। ऐसे में केंद्रीय मंत्री के हेलीकॉप्टर के परिसर में खींचे गए तार से टकराने की घटना चकित करने वाली हैं।

प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो हेलीकॉप्टर का रोटोर ब्लेड जब कंटीले तारों से टकराया तो जोरदार आवाज हुई और उससे चिंगारी भी निकली। अगर मौके पर उसे नियंत्रित न किया जाता तो मामला बड़ा हो सकता था।बताया गया है कि स्टेट हैंगर पर यह हेलीकॉप्टर लैंड हो रहा था, तभी यह हादसा हुआ। मामले में यह बात सामने सामने आ रही है कि स्टेट हैंगर के हेलीकॉप्टर पार्किंग एरिया में कुछ जगह फाइबर के चदरे से घेरा हुआ है। इसी के ऊपर कंटीले तार लगाए गए है। लैंडिंग के वक्त पायलट को अंदाजा नहीं हुआ कि कितने दूर पर तार लिपटा हुआ है ताकि ब्लेड न टकरा पाए।

कई सवाल, अब जिम्मेवार देंगे जवाब मामले में पहला सवाल यह उठ रहा कि आखिर एयर साइड एरिया में इस जगह पर तार क्यों लटका था जहां से किसी भी तरह चॉपर का मूवमेंट हो रहा था। दूसरा सवाल यह है कि अगर यह तार एयर साइड एरिया में नहीं था तो पायलट ने ऐसी लापरवाही कैसे की कि चॉपर का रोटोर ब्लेड इन तारों से टकरा गया। सवाल तो यह भी है कि जब हेलीकॉप्टर के डैने घूम रहे थे तब उसे ऐसी जगह क्यों ले जाया जा रहा था जहां विमानों की पार्किंग होनी थी।

एयरपोर्ट पर निर्माण कार्य के बीच एयरक्रॉफ्ट का मूवमेंट बड़ी चुनौती बन गई है। शनिवार की घटना के बाद सीसीटीवी की जांच शुरू हो गयी है। एयरपोर्ट प्रशासन ने इस घटना से बड़ी सीख नहीं ली तो आने वाले दिनों में जब निर्माण कार्य बढ़ेंगे और वे एक ऊंचाई पकड़ेंगे तो छोटे से परिसर में विमानों की आवाजाही के दौरान मुश्किलें और भी बढ़ेंगी। मामले में शनिवार देर शाम तक जांच जारी रही। घटना के बाद जिम्मेवारों पर कार्रवाई की तलवार भी लटकने लगी है।

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