सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड विधानसभा का मॉनसून सत्र शुक्रवार से शुरू हो गया। कोरोना संक्रमण काल को लेकर जारी गाइडलाइन के बीच आहूत तीन कार्य दिवस वाले इस सत्र में पहले दिन वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए 2584.82करोड़ रुपये का प्रथम अनुपूरक बजट पेश किया गया। वहीं विगत बजट से लेकर मॉनसून सत्र की अवधि में निधन वाले विभिन्न राजनेता, कलाकार, लेखक, समाजसेवी ,बुद्धिजीवी और आम नागरिकों को श्रद्धांजलि देने के बाद सभा की कार्यवाही 21 सितंबर तक के लिए स्थगित कर दी गयी। मॉनसून सत्र में विधानसभा में सदस्यों के बैठने के लिए विशेष इंतजाम किये गये थे, 82 विधायकों के बैठने के लिए 164 सीट की व्यवस्था की गयी थी और सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने के साथ ही सदन में उपस्थित सभी सदस्य मास्क लगाये हुए थे।
इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने सभा की कार्यवाही शुरू होने पर अपने प्रारंभिक उद्बोधन में कहा कि दिसंबर 2019 में कोरोना संक्रमण का पहला मामला जब सामने आया था, तो यह कल्पना से परे था कि यह विभिषिका इतना विकराल रूप ले लेगी कि जीवन को गतिहीन कर देगी। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन या तालाबंदी स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा इस महामारी का मात्र एक तार्किक उपाय बताया गया और मानव सभ्यता के इतिहास में इस महामारी का प्रभाव इतना व्यापक है कि इसे कोरोना काल की संज्ञा दी गयी और जीवन जीने के तरीके में इसके द्वारा जो परिवर्तन लाया गया है, निश्चय ही उसका प्रभाव मानव जीवन के प्रत्येक पहलू पर लंबे समय तक दृष्टगोचर होगा। उन्होंने कहा कि दुनिया के करोड़ों लोग अब तक इस महामारी से संक्रमित हो चुके है, इसके कारण लाखों जिन्दगियां काल के गाल में समां गयीं, लगभग छह माह का समय बीम चुका है, आर्थिक, शैक्षणिक सहित अन्य गतिविधियां थमा हुआ है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रलय के बाद नयी सृष्टि के निर्माण का वक्त है, सभी को परस्पर सहयोग के साथ आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कोरोना संक्रमण काल में प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी और सभी जरुरतमंद परिवारों को अनाज उपलब्ध कराने के प्रयास की सराहना की।
मॉनसून सत्र के पहले दिन वर्ष 2020-21 के लिए 2584.82करोड़ रुपये का प्रथम अनुपूरक बजट पेश किया गया। इस अनुपूरक बजट में सबसे अधिक 912.33करोड़ गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के लिए आवंटित किया गया। कोरोना संक्रमण काल में आपदा से निपटने के लिए इस राशि का प्रावधान किया गया है, वहीं इस अवधि में प्रवासी कामगारों और राज्य के श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने तथा ग्रामीण विकास की योजनाओं को गति देने के लिए 548.86करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया। विधानसभा अध्यक्ष ने मॉनसून सत्र के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा के स्टीफन मरांडी, भारतीय जनता पार्टी के रामचंद्र चंद्रवंशी, झारखंड मुक्ति मोर्चा के सरफराज अहमद, सीता मुर्मू और भाजपा के अनंत कुमार ओझा का मनोनयन पीठासीन पदाधिकारी के रूप में किया। वहीं कार्यमंत्रणा समिति में मुख्यमत्री हेमंत सोरेन, संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, भाजपा के सीपी सिंह, आजसू पार्टी के सुरेश महतो, निर्दलीय सरयू राय, विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में मंत्री चंपई सोरेन, रामेश्वर उरांव, जेएमएम के स्टीफन मरांडी, नलिन सोरेन, लोबिन हेम्ब्रम, भाजपा के नीलकंठ सिंह मुंडा, विधायक प्रदीप यादव, बीजेपी की अपर्णासेन गुप्ता, भाकपा-माले के विनोद कुमार सिंह और कांग्रेस की पूर्णिमा नीरज सिंह का मनोनयन किया गया।
सत्र के पहले दिन विगत सत्र से अब तक की अवधि में निधन होने वाले विभिन्न राजनेताओं, कलाकार, लेखक, समाजसेवी और नागरिकों को श्रद्धांजलि दी गयी। इनमें मुख्य रूप से पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह, विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह, कन्याकुमारी से कांग्रेस के लोकसभा सदस्य बसंत कुमार, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवाजी राव पाटिल निलंगेकर, मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन, राज्यसभा सदस्य अमर सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा, सामाजिक कार्यकर्त्ता स्वामी अग्निवेश, उततर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री व पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान, भाकपा के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह, पूर्व सांसद राम अवधेश सिंह, पूर्व विधायक रामचंद्र बैठा, पूर्व केंद्रीय मंत्री हसंराज भारद्वाज, संविधान विशेषज्ञ केशवानंद भारती, छत्रपति शाही मुंडा, छऊ नृत्यकार पद्मश्री मंगलाचरण मोहंती, दो बार विधान परिषद के सदस्य रहे रवींद्र तांती, पूर्व विधायक दुर्गा चरण दास, खरसांवा राजघराने के राजा प्रदीप चंद्र सिंहदेव, शास्त्रीय गायक पंडित जसराज, मशहूर शायर राहत इंदौरी, कांग्रेस सांसद रामदेव राय, तिरुपति से वाईएसआर कांग्रेस के लोकसभा सदस्य बल्ली दुर्गा प्रसाद, पूर्व मंत्री मोतीलाल सिन्हा कानन, बॉलीवुड अभिनेता ऋषि कपूर, इरफान खान, हास्य कलाकार जगदीप , झारखंड आंदोलनकारी बलराम गोस्वामी, पूर्व विधायक शिबू मुर्मू, चित्रकार, लेखक व वास्तुकार सतीश गुजराल, चीनी सैनिकों के साथ मुठभेड़ में शहीद साहिबगंज के कुंदर कुमार ओझा, श्रीनगर में आतंकी मुठभेड़ में कुलदीप उरांव, अन्य जवानों, बंगाल में बाये चक्रवर्ती तूफान अम्फान, कोरोना संकट में घर लौट रहे बोकारो जिले के 25 प्रवासी मजदूरों की उत्तर प्रदेश के औरेया जिले में सड़क हादसे में मौत और पीटीआई के ब्यूरो चीफ रहे पीवी रामानुजम समेत अन्य घटनाओं निधन होने वाले लोगों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करने के बाद सदन की कार्यवाही को 21 सितंबर को पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी।
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