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रघुवंश बाबू का RJD पर बड़ा हमला, परिवार का केवल धन कमाना ही रह गया है लक्ष्य.

रघुवंश बाबू की पीड़ा- पूछा महापुरुषों की जगह एक ही परिवार के 5 लोगों का फोटो कैसे लगा लेते हो.

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सिटी पोस्ट लाइव :RJD के पूर्व नेता रघुवंश  प्रसाद ( Raghuvansh Singh  के इस्तीफे की बाद वाली दूसरी चिट्ठी में बिहार की सियासत में भूचाल ला दिया है.समाजवादी नेता रघुवंश बाबू ने अपनी चिट्ठी में पीड़ा जाहिर करते हुए जो लिखा है वो लालू-राबड़ी कुनबे के लिए पचा पाना नामुमकिन है.बीमार रघुवंश बाबू अपनी अपार पीड़ा जाहिर करते हुए कोरे कागज पर समाजवादी राजनीति के सिद्धांतों को उकरते हुए लिखते हैं कि अब महापुरुषों की जगह रातनीतिक पोस्टरों पर एक ही परिवार के पांच लोगों का फोटो चस्पा कर दिया जाता है.

RJD से इस्तीफा देने के बाद आरजेडी में पोषित वंशवाद की राजनीति पर हमला करते हुए उन्होंने लिखा है कि वर्तामान राजनीति में जितनी गिरावाट आई है वो लोकतंत्र के लिए खतरनाक है. रघुवंश बाबू ने बिना नाम लिए लालू परिवार को निशाने पर लेते हुए लिखते हैं कि पद हो जाने से धन कमाना और धन कमाकर ज्यादा लाभ का पद खोजना आज की राजनीति का सिद्दांत बन गया है.अब महात्मा गांधी बाबू जयप्रकाश, डॉ. लोहिया, बाबा साहेब और जननायक कर्पूरी ठाकुर की जगह एक ही परिवार के पांच लोगों की फोटो छपने लगी है.

वर्तमान में राजनीति में इतनी गिरावट आ गई है जिससे लोकतंत्र पर ख़तरा है. महात्मा गांधी बाबू जयप्रकाश, डॉ. लोहिया, बाबा साहेब और जननायक कर्पूरी ठाकुर के नाम और विचारधारा पर लाखों लोग लगे रहे, कठिनाईयां सहीं, लेकिन डगमग नहीं हुए, लेकिन अब समाजवाद की जगह सामंतवाद, जातिवाद, वंशवाद, परिवारवाद, संप्रदायवाद आ गया. यह सभी उतनी ही बुराईयां हैं जिसके खिलाफ समाजवाद का जन्म हुआ था. अब इन पांचों महान पुरुष की जगह एक ही परिवार के पांच लोगों की फोटो छपने लगी है. पद हो जाने से धन कमाना और धन कमाकर ज्यादा लाभ का पद खोजना. राजनीति की परिभाषा के अनुसार इन सभी बुराइयों से लड़ना है. राजद संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से ही पार्टी में संगठन और संघर्ष को मजबूत करने के लिए लिखा, लेकिन पढ़ने तक का कष्ट नहीं किया गया.गौरतलब है कि फिलहाल रघुवंश प्रसाद सिंह दिल्ली एम्स में भर्ती हैं. उनकी तबियत नाजुक बनी हुई है और उन्हें वेटिंलेटर पर शिफ्ट किया गया है.

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