पटना.गुुरुवार यानी की आज बिहार में पूर्ण शराबबंदी के दो साल हो जाएंगे। 5 अप्रैल, 2016 को पूर्ण शराबबंदी हुई थी। एक अप्रैल को विदेशी शराब पर पाबंदी। 5 अप्रैल से देसी भी बंद। दो साल में शराबबंदी को कामयाब बनाने में 62 हजार 123 मुकदमे हुए। 92 हजार 111 लोगों की गिरफ्तारी हुई। पुलिस ने 8.48 लाख लीटर शराब नष्ट की। 654 वाहन, 159 निजी मकान-जमीन तथा 28 व्यावसायिक भवन व भूखंड जब्त किए गए।
नई चुनौती : नेपाली माफिया –नेपाली माफिया भी शराब की सप्लाई करने लगा है। पुलिस ने उसे राडार पर लिया हुआ है। बिहार पुलिस ने अपने अंतरराज्यीय ऑपरेशन में 12 महीनों के दौरान 610 लोगों को गिरफ्तार किया। ये लोग 16 राज्यों के हैं। इनमें नेपाल से जुड़े 26 आरोपी भी शामिल हैं। झारखंड, यूपी, एमपी, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, पंजाब समेत 15 राज्यों के लोग पकड़े गए। छपरा जिले के मांझी के शराब सप्लायर अनिरुद्ध सिंह की 59 लाख रुपए फ्रीज किए गए। वैशाली जिले के एक सप्लायर की गिरफ्तारी के बाद उसके ठिकानों से 16 लाख रुपए बरामद किए गए।
32 पुलिसकर्मी बर्खास्त, 361 पर कार्रवाई
शराबबंदी ऑपरेशन में कोताही व अन्य आरोपों में 361 पुलिसकर्मी दोषी माने गए। उन पर कार्रवाई हुई। कुल 32 पुलिसकर्मी बर्खास्त हुए। 169 पुलिसकर्मी सस्पेंड हुए। 132 के खिलाफ निलंबन व विभागीय कार्रवाई हुई। 63 पुलिसकर्मियों का तबादला हुआ।
रोकथाम के नए इंतजाम
आईजी (मद्य निषेध) के तहत एक नया सिस्टम। बिजली के पोल/ट्रांसफार्मर पर रहेगा एक नंबर। इस पर डायल करने से फौरन कार्रवाई होगी। इससे जुड़ा पूरा तंत्र विकसित हो रहा है। विशेष अदालतें बन रही हैं।
शराब के साथ गिरफ्तार माफिया व अन्य
राज्य | गिरफ्तारी |
झारखंड | 185 |
यूपी | 156 |
हरियाणा | 112 |
पश्चिम बंगाल | 59 |
पंजाब | 29 |
नेपाल | 26 |
दिल्ली | 13 |
असम | 03 |
जम्मू कश्मीर | 01 |
– गुजरात, नगालैंड तथा मणिपुर के कुछ हिस्सों में
– केरल में 30 मई, 2014 के बाद से शराब दुकानों को लाइसेंस मिलना बंद हो गया है। ऐसा, अगले कुछ वर्षों में पूर्ण पाबंदी के मकसद से हो रहा है।
– आंध्रप्रदेश, हरियाणा, मिजोरम में शराबबंदी हुई थी। कारगर न हो सकी। अब यहां शराब बिकती है।
– बिहार की शराबबंदी ने पूरे देश को झकझोरा। कई राज्यों में शराबबंदी की मांग गूंजी। कई राज्यों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गए भी
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