सिटी पोस्ट लाइव : बीजेपी की प्रदेश कार्यसमिति की आज से अहम् बैठक शुरू हो गई है. दो दिनों तक चलनेवाली इस विर्तुल बैठक में आज पहले दिन पार्टी के बिहार चुनाव प्रभारी देवेंद्र फड़णवीस तथा राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष जुड़ें. प्रदेश कार्यालय में जहां बीजेपी प्रभारी भूपेन्द्र यादव हैं वहीं वर्चुअल माध्यम से चुनाव प्रभारी देवेन्द्र फड़नवीस जुडे़. महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और बिहार के चुनाव प्रभारी देवेंद्र फड़णवीस ने रामधारी सिंह दिनकर की एक कविता के माध्यम से भाजपा कार्यकर्ताओं की जोश को जगाते हुए आह्वान किया कि हमारे कार्यकर्ता पत्थर से पानी निकालने वाले हैं.उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि वे 25-26 अगस्त को बिहार आने वाले हैं.इसके बाद पार्टी जहां चाहे वहां लगाएगी हम काम करेंगे.
देवेन्द्र फड़नवीस ने कहा कि हम एक कार्यकर्ता हैं और पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए दिन रात मिहनत करेंगे. उन्होंने बिहार बीजेपी के नेताओं से कहा कि केंद्र और बिहार सरकार की उपलब्धियों को नीचे स्तर तक ले जाने की जरूरत है।हमें विश्वास है हम काम करेंगे और विजय भी हासिल करेंगे.बीजेपी नेता फड़नवीस ने सीता मैया, गुरूगोविंद सिंह,चाणक्य, सम्राट अशोक को याद कर अपने आप को बिहार से जोड़ने की पूरी कोशिश की. उन्होंने गणेश चतुर्थी के अवसर पर महाराष्ट्र की तरफ से बिहार के लोगों को बधाई दी.उन्होंने कहा कि बिहार बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने कोरोना संकट में या फिर बाढ़ में आमलोगों के साथ खड़ा रहने का काम किया है.
कोरोना संकट में बाहर से आने वाले मजदूरों की केंद्र की सरकार और बिहार की सरकार ने खूब मदद की है. लालू के राज में बिहार के लोग प्रताड़ित होते रहे.इनके राज में बिहार 25-30 साल पीछे चला गया.लेकिन पिछले 15 सालों में बिहार में काफी काम हुए हैं.पिछले 15 सालों में पटरी पर लाने का काम किया है.समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास को पहुंचाने का काम बिहार की सरकार ने किया है.उन्होंने कहा कि जब से मोदी की सरकार केंद्र में आई उसके बाद बिहार उनके एजेंडे में रहा है. कई विकास की योजनायें बिहार में आई हैं. इस बार का चुनाव काफी महत्वपूर्ण है.वैसे हर चुनाव काफी महत्वपूर्ण है.अगर किसी राज्य में सबसे अधिक युवा हैं वह बिहार है.यही युवा विकसित बिहार का सपना साकार करेंगे.
बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यह बैठक काफी अहम है.पार्टी इसमें बिहार के नेताओं से चुनाव संबंधी फीडबैक ली है. प्रदेश कार्यालय में बैठक में मंच पर भूपेन्द्र यादव के अलावे प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल,प्रेम कुमार और नंदकिशोर यादव मौजूद रहे.वहीं सामने भी करीब पचास पार्टी के पदाधिकारी भाग लिया.वहीं अन्य नेता वर्चुअल माध्यम से बैठक से जुड़े.पार्टी संविधान के अनुसार कार्यसमिति घोषित होने के तीन महीने के भीतर बैठक हो जानी चाहिए थी, लेकिन कोरोना संकट की वजह से तय समय पर नहीं हो पाई. इस वजह से प्रदेश नेतृत्व के सामने कई दिक्कतें आ रहीं थीं. खासकर विधानसभा चुनाव को देखते हुए अनुशासन और चुनाव समिति के गठन के लिए प्रदेश कार्यसमिति से प्रस्ताव पास करवाना होता है.
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