सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में बाढ़ से भारी तबाही मची है.50 लाख से ज्यादा आबादी बाढ़ से प्रभावित है.इस बीच मौसम विभाग के अलर्ट से सरकार और लोगों की चिंता और भी बढ़ गई है.सरकार ने मौसम विभाग के अलर्ट को ध्यान में रखते हुए दरभंगा और समस्तीपुर के डीएम को किसी भी हालत से निबटने के लिए तैयार रहने को कहा है. राज्य में 14 जिलों के 112 प्रखंडों की 49 लाख की आबादी बाढ़ से ग्रसित है. चार लाख से अधसिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है.
राज्य में बाढ़ पीड़ितों के लिए दो दर्जन से ज्यादा राहत शिविर चलाये जा रहे हैं, जिनमें 27 हजार लोगों को जगह मिली है. 1340 सामुदायिक किचेन चलाये जा रहे, जिनमें 8.82 लाख लोगों को प्रतिदिन भोजन कराया जा रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ राहत केंद्रों में कोरोना जांच के निर्देया दिये हैं. मुख्यमंत्री ने वीडियो काल कर कोरोना मरीजों की जानकारी लेन का निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिया है. इसके साथ ही सभी जिलों में एंबुलेंस की पर्याप्त संख्या होने तथा वेंटिलेटर के साथ आइसीयू की सुविधा उपलब्ध करयी गयी है.
मुख्यमंत्री लगातार विडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिये जिलों के डीएम और आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों के संपर्क में हैं.मुख्यमंत्री ने सरकारी खजाना बाढ़ पीड़ितों के लिए खोल दिया है.जिलों के डीएम को असीमित अधिकार दिए गए हैं.डीएम जितना चाहें सामुदायिक किचेन खुलवा सकते हैं.नाव खरीद सकते हैं.बाढ़ की निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे ले सकते हैं.
Comments are closed.